Shitlasthami: चैत्र कृष्ण अष्टमी के अवसर पर 22 मार्च को श्रद्धालु मां शीतला को ठंडा भोग अर्पित करेंगे। शीतलाष्टमी पर विशेष रूप से घर-घर व्यंजन तैयार किए जाएंगे, जिन्हें रातभर ठंडा करने के बाद सुबह माता को अर्पित किया जाएगा। भक्तगण मां शीतला की कृपा प्राप्त करने के लिए इस परंपरा का पालन करेंगे और सुख-समृद्धि की कामना करेंगे।
काशी के प्रसिद्ध शीतला घाट स्थित बड़ी शीतला माता मंदिर के उप महंत अवधेश पांडेय ने जानकारी दी कि इस वर्ष शीतलाष्टमी के उपलक्ष्य में 22 मार्च को बसिऔरा पूजा होगी। इसके लिए शुक्रवार रात को विभिन्न पकवान बनाए जाएंगे और शनिवार सुबह उन्हें मां को भोग स्वरूप चढ़ाया जाएगा।
Shitlasthami: मां को अर्पित होता है ठंडा भोग
उन्होंने बताया कि इस पूजा की सबसे खास बात यह है कि मां शीतला को केवल ठंडा भोजन ही अर्पित किया जाता है। श्रद्धालु अपनी रसोई और घर को पूरी तरह साफ-सुथरा रखने के बाद स्नान-ध्यान करके अत्यंत पवित्रता के साथ भोजन तैयार करते हैं। फिर, भोर में तीन बजे से मां शीतला की विधिवत पूजा-अर्चना आरंभ होगी।
शीतलाष्टमी की इस विशेष पूजा में भक्तजन माता शीतला की कृपा से घर में सुख-शांति और निरोगी जीवन की प्रार्थना करेंगे।