Varanasi Water Supply: वाराणसी में पेयजल आपूर्ति को लेकर जलकल विभाग ने अपनी कमर कस ली है। आने वाले समय में भीषण गर्मी को देखते हुए संभावित जल संकट को लेकर पूरी जलकल की टीम अलर्ट है। आवश्यकतानुसार ट्यूबवेल, मिनी ट्यूबवेल, सेटलिंग टैंक और वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाए जा रहे हैं और इतना ही नहीं गंगा की सूखती धारा को देखते हुए भी प्रक्रिया निरंतर जारी है।
मुख्य बिंदु
- वाराणसी में जलआपूर्ति को लेकर जलकल विभाग की पूरी तैयारी
- भीषण गर्मी में भी शहर में नहीं होगी पानी की किल्लत
- ट्यूबवेल, मिनी ट्यूबवेल, सेटलिंग टैंक और वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से होगी जलापूर्ति
- अलर्ट मोड पर जलकल विभाग की पूरी टीम
- 12 घंटे के भीतर समाधान कर जलापूर्ति होगी बहाल
जलकल विभाग ने संभाली कमान
इसी संबंध में यानि वाराणसी में पेयजल आपूर्ति को लेकर जलकल विभाग के सचिव ओपी सिंह ने जानकारी दी उन्होंने बताया कि शहर में गंगा से जल आपूर्ति के लिए दो प्रमुख पंपिंग स्टेशन कार्यरत हैं – भदैनी पंपिंग स्टेशन से 110 MLD और रामपुरी पंपिंग स्टेशन (Varanasi Water Supply) से 55 MLD पानी लिया जाता है। इसके अतिरिक्त, जलापूर्ति के लिए ट्यूबवेल और मिनी ट्यूबवेल का भी उपयोग किया जाता है।
गंगा जल को स्वच्छ बनाने की प्रक्रिया पर उन्होंने बताया कि जलकल विभाग के पास एक विशेष सेटलिंग टैंक और वाटर ट्रीटमेंट प्लांट (WTP) है, जो गंगा जल को शुद्ध करने का कार्य करता है। इसके द्वारा गंगा का जल शुद्धिकरण किया जाता है।
Varanasi Water Supply: 12 घंटे के अन्दर होगा समस्या का समाधान
गर्मियों में संभावित जल संकट पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने स्पष्ट किया कि विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है। वर्तमान में 110 MLD जलापूर्ति की जा रही है, जिसे आवश्यकता पड़ने पर बढ़ाया भी जाएगा। सभी नलकूप और मिनी ट्यूबवेल सुचारू रूप से कार्यरत हैं। किसी भी समस्या की स्थिति में 12 घंटे के भीतर समाधान कर जलापूर्ति (Varanasi Water Supply) बहाल कर दी जाएगी।
गंगा के गिरते जलस्तर को लेकर ओपी सिंह ने कहा कि पानी का स्तर चिंताजनक रूप से कम हुआ है, लेकिन जलकल विभाग इसे संतुलित करने में जुटा है। जहां पानी की कमी देखी जा रही है, वहां मिनी ट्यूबवेल लगाए जा रहे हैं ताकि जल संकट को रोका जा सके।
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