बेंगलुरु। कर्नाटक पुलिस के पूर्व महानिदेशक (DGP) ओम प्रकाश की रविवार को उनके ही घर में हत्या कर दी गई। यह चौंकाने वाली घटना बेंगलुरु के एचएसआर लेआउट स्थित उनके आवास पर उस समय हुई, जब पारिवारिक विवाद एक दर्दनाक मोड़ पर आ गया। हत्या के बाद उनकी पत्नी पल्लवी ने स्वयं पुलिस को फोन कर घटना की जानकारी दी, जिसके बाद हड़कंप मच गया।
68 वर्षीय ओम प्रकाश कर्नाटक पुलिस सेवा के 1981 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी रहे हैं। सेवा निवृत्ति के बाद वे बेंगलुरु में अपने निजी आवास में रह रहे थे। स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार, उनकी पत्नी मानसिक तनाव से गुजर रही थीं और दंपत्ति के बीच लंबे समय से घरेलू तनाव चल रहा था। रविवार शाम यह कलह इतना उग्र हो गया कि पल्लवी ने कथित तौर पर ओम प्रकाश की हत्या कर दी।
पत्नी ने पुलिस को दी DGP की हत्या की सूचना
हत्या की जानकारी मिलते ही एचएसआर लेआउट पुलिस मौके पर पहुंची और खून से लथपथ रिटायर्ड अधिकारी को देखकर दंग रह गई। पुलिस ने तुरंत शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए सेंट जॉन्स अस्पताल भेजा। साथ ही, पल्लवी और उनकी बेटी को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, प्रारंभिक जांच में घरेलू विवाद को ही हत्या की मुख्य वजह माना जा रहा है। पड़ोसियों और जानने वालों ने भी बताया कि ओम प्रकाश और उनकी पत्नी के बीच आए दिन झगड़े होते रहते थे। यहां तक कि कुछ हफ्तों पहले घर में काफी शोर-शराबा और हंगामे की घटनाएं भी देखने को मिली थीं।
ओम प्रकाश मूल रूप से बिहार के चंपारण जिले से थे और भूविज्ञान में एमएससी डिग्रीधारी थे। उन्होंने कर्नाटक में अग्निशमन सेवा और होम गार्ड विभाग के डीजीपी के रूप में कार्य किया था। उन्हें 1 मार्च 2015 को कर्नाटक पुलिस का महानिदेशक नियुक्त किया गया था। उनके कार्यकाल को अनुशासन और प्रशासनिक दक्षता के लिए जाना जाता था।
इस अप्रत्याशित घटना से राज्य के प्रशासनिक और पुलिस महकमे में शोक की लहर फैल गई है। कई वरिष्ठ और सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारियों ने गहरी संवेदना व्यक्त की है और इस पूरे मामले को अत्यंत दुखद और स्तब्ध करने वाला बताया है। उनका कहना है कि ओम प्रकाश जैसे अनुशासित और संवेदनशील अधिकारी की इस तरह की अंत बेहद दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है।