Pahalgam Terror Attack: श्रीनगर में मंगलवार को एक गहरे दुख और संवेदना से भरे दृश्य देखने को मिले, जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए 26 लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की। अपने दो दिवसीय कश्मीर दौरे के तहत शाह ने शहीदों के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित किया और उनके परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान मातमपुर्सी करने आए परिजन अपने दुख पर काबू नहीं रख सके और रोने लगे। भावनात्मक रूप से भरे इस क्षण में अमित शाह ने शांत भाव से सबकी बातें सुनीं और हाथ जोड़कर संवेदना प्रकट की।
घटना का एक वीडियो समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा साझा किया गया, जिसमें देखा गया कि जैसे ही अमित शाह शोकाकुल परिवारों के पास पहुंचे, कई परिजन – पुरुष और महिलाएं – उनके सामने फफक पड़े। इस गमगीन माहौल में वहां मौजूद लोगों की आंखें भी नम हो गईं। केंद्रीय मंत्री ने पूरी संवेदनशीलता से पीड़ितों की पीड़ा को साझा किया और उन्हें भरोसा दिलाया कि इस भयावह घटना के पीछे जो भी जिम्मेदार हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।
इस आतंकी हमले में जान गंवाने वाले सभी लोगों के शव बुधवार को श्रीनगर लाए गए, जिनका अंतिम संस्कार उनके गृहनगरों में किया जाएगा। अमित शाह ने श्रीनगर पहुंचने के तुरंत बाद सुरक्षा हालात का जायजा भी लिया। उन्होंने एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की जिसमें जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल, पुलिस महानिदेशक नलिन प्रभात और सुरक्षा एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।

Pahalgam Terror Attack: आतंकी हमले में 26 लोगों की गई जान
बता दें कि यह आतंकवादी हमला मंगलवार को पहलगाम के बैसरन क्षेत्र में हुआ, जिसे ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ के नाम से भी जाना जाता है। इसी सुरम्य स्थल पर आतंकी तत्वों ने घात लगाकर हमला कर दिया था, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई।
बैसरन के दौरे के दौरान शाह ने कहा, “यह एक कायरतापूर्ण और अमानवीय हरकत थी। भारत आतंकवाद के सामने झुकेगा नहीं और इस नृशंस हमले के दोषियों को सजा जरूर मिलेगी।” उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर भी लिखा – “भारी मन से पहलगाम हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि देता हूं। देश इस आतंकी हमले को कभी नहीं भूलेगा।”

गौरतलब है कि हमले के कुछ ही घंटे बाद मंगलवार रात को ही शाह श्रीनगर पहुंच गए थे, जिससे केंद्र सरकार की गंभीरता और तत्परता स्पष्ट दिखाई दी। उन्होंने पूरी स्थिति का आकलन कर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए, ताकि राज्य में सुरक्षा और खुफिया तंत्र को और मज़बूत किया जा सके।
इस पूरे घटनाक्रम ने एक बार फिर जम्मू-कश्मीर में स्थायित्व और शांति बनाए रखने की चुनौतियों को सामने ला दिया है। वहीं, केंद्र सरकार का संदेश स्पष्ट है – “आतंक के आगे सिर नहीं झुकाया जाएगा और दोषियों को उनके अंजाम तक पहुंचाया जाएगा।”