Army Action: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने हाल ही में एक चौंकाने वाला बयान देते हुए कहा है कि वह जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की किसी भी निष्पक्ष जांच में हिस्सा लेने को तैयार हैं। शरीफ ने आरोप लगाया कि हर बार पाकिस्तान को बिना आधार के बदनाम करने की साजिश की जाती है, जिसे अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
लेकिन शरीफ के इस बयान के साथ ही एक बार फिर पाकिस्तान का दोहरा चरित्र उजागर हो गया। एक ओर प्रधानमंत्री जांच की बात कर रहे हैं, तो दूसरी ओर पाकिस्तानी सेना ने लगातार दूसरे दिन नियंत्रण रेखा (LoC) पर अकारण गोलीबारी की। भारतीय सेना ने भी मजबूती से जवाब दिया। हालांकि, अब तक किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है।
इसी बीच भारत सरकार ने मीडिया संस्थानों के लिए एक सख्त एडवाइजरी जारी की है, जिसमें रक्षा अभियानों और बलों की गतिविधियों के कवरेज पर पाबंदी लगाने का निर्देश दिया गया है, ताकि सुरक्षा संबंधी संवेदनशील जानकारियों का लीक न हो।
Army Action: घरों पर गिरी कार्रवाई की गाज, आतंकियों का नेटवर्क ध्वस्त करने की मुहिम तेज
जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ बड़े स्तर पर अभियान चलाया जा रहा है। अब तक सेना ने सर्च ऑपरेशनों के दौरान त्राल, अनंतनाग, पुलवामा, कुलगाम और शोपियां जिलों में छह आतंकवादियों के घरों को ध्वस्त कर दिया है। इस कार्रवाई का उद्देश्य स्थानीय आतंकियों के तंत्र को कमजोर करना और उनके लिए सुरक्षित पनाहगाह खत्म करना है।
पहलगाम हमले के बाद, शुरुआती घंटों में जिम्मेदारी लेने वाला आतंकी संगठन ‘द कश्मीर रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) अब इस हमले से पल्ला झाड़ने की कोशिश कर रहा है। हमले के तीन दिन बाद TRF ने बयान जारी कर कहा कि उनका इस वारदात से कोई लेना-देना नहीं है।
गुजरात में बड़ी कार्रवाई, एक हजार से ज्यादा घुसपैठिए हिरासत में
देशभर में सुरक्षा एजेंसियां भी हाई अलर्ट पर हैं। गुजरात में शनिवार सुबह सूरत और अहमदाबाद में बड़े पैमाने पर छापेमारी कर 1000 से अधिक अवैध घुसपैठियों को गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई गृह मंत्री अमित शाह की उस अपील के बाद हुई, जिसमें उन्होंने सभी मुख्यमंत्रियों से आग्रह किया था कि विदेशी घुसपैठियों की शीघ्र पहचान कर उन्हें वापस उनके देश भेजा जाए।
रेलवे कर्मचारियों के लिए सख्त चेतावनी, बढ़ते खतरे के बीच सुरक्षा के इंतजाम
रेलवे मंत्रालय ने कश्मीर में तैनात गैर-कश्मीरी कर्मचारियों के लिए नई एडवाइजरी जारी की है। आदेश में कहा गया है कि कोई भी गैर-मूल निवासी कर्मचारी अकेले बाहर न जाए और कार्यालय आने-जाने के दौरान RPF की सुरक्षा का पालन करे।
एडवाइजरी के मुताबिक पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI और उससे जुड़े आतंकी संगठन गैर-स्थानीय नागरिकों, पुलिसकर्मियों (खासकर CID) और कश्मीरी पंडितों को विशेष रूप से निशाना बनाने की साजिश रच रहे हैं। खुफिया इनपुट में श्रीनगर और गांदरबल जिलों को संवेदनशील बताया गया है, जहां हमलों का खतरा अधिक बताया गया है।
साथ ही, आतंकी गुट कश्मीर में रेलवे के ढांचे, कर्मचारियों और अन्य गैर-कश्मीरी नागरिकों पर हमला करने की योजना भी बना रहे हैं, जिससे रेलवे के संचालन पर भी गंभीर खतरा मंडरा रहा है।
मोस्ट वांटेड आतंकियों की सूची जारी
सेना और सुरक्षा एजेंसियों ने 14 वांछित आतंकवादियों की सूची जारी की है, जिन पर कड़ी नजर रखी जा रही है। इन नामों में लश्कर-ए-तैयबा (LeT), जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और हिजबुल मुजाहिदीन (HM) जैसे खूंखार संगठनों के आतंकवादी शामिल हैं:
- जाकिर अहमद गनी (LeT), कुलगाम
- हारून रशीद गनी (HM), अनंतनाग
- जुबैर अहमद वानी (HM), अनंतनाग (देहरुना)
- अदनान शफी (LeT), अनंतनाग (देहरुना)
- आमिर अहमद डार (LeT), शोपियां
- शाहिद अहमद कुटे (LeT), शोपियां
- नसीर अहमद वानी (LeT), शोपियां
- आसिफ अहमद खांडे (JeM), शोपियां
- यावर अहमद भट (JeM), पुलवामा
- आमिर नजीर वानी (LeT), पुलवामा
- हारिस नजीर (LeT), पुलवामा
- एहसान अहमद शेख मुर्रन (LeT), सोपोर
- आसिफ अहमद शेख (JeM), त्राल
- आदिल अहमद (LeT), सोपोर
इस सूची के जरिए सुरक्षाबलों ने आतंकियों के खिलाफ अपना शिकंजा कस दिया है और आने वाले दिनों में बड़े ऑपरेशन की संभावना जताई जा रही है।