बीते 5 जुलाई को वाराणसी (Varanasi) के चौबेपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत छितौना गांव में एक मामूली गोवंश विवाद ने हिंसक रूप ले लिया था। राजभर और क्षत्रिय समुदाय के बीच कहासुनी तलवार, असलहे और लाठी-डंडों की झड़प में तब्दील हो गई। घटना में राजभर समाज के चार और क्षत्रिय पक्ष के एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गए। इस घटना के बाद पीड़ित राजभर परिवारों से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरविंद राजभर शनिवार को मुलाकात करने पहुंचे. उन्होंने उनके प्रति संवेदना व्यक्त की और प्रत्येक पीड़ित परिवार को एक-एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की।

इस दौरान अरविंद राजभर ने स्पष्ट रूप से कहा कि जब तक पीड़ितों को न्याय नहीं मिलेगा और दोषियों को सजा नहीं दी जाएगी, तब तक उनकी पार्टी यह लड़ाई जारी रखेगी। उन्होंने कहा कि यह केवल एक राजनीतिक लड़ाई नहीं, बल्कि इंसाफ की आवाज है, जिसे दबने नहीं दिया जाएगा। अरविंद राजभर ने भरोसा दिलाया कि पार्टी हर मोर्चे पर पीड़ितों के साथ खड़ी रहेगी और न्याय दिलाने के लिए हर संभव प्रयास करेगी। उनके इस कदम से स्थानीय लोगों में राहत और विश्वास की भावना देखी गई।

varanasi: ये है पूरा मामला
दरअसल, चौबेपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत छितौना गांव (Varanasi) में गोवंश विवाद को लेकर राजभर और क्षत्रिय समुदाय के बीच कहासुनी तलवार, असलहे और लाठी-डंडों की झड़प तक पहुंच गई। घटना में दोनों पक्षों से कुल 5 व्यक्ति घायल हो गए।
हिंसा की शुरुआत उस समय हुई जब संजय सिंह (Varanasi) के खेत में एक निराश्रित गाय चली गई। उन्होंने उसे बाहर निकाला, लेकिन गाय पास के खेत में चली गई, जो छोटू, भोले, गुलाम और सुरेंद्र राजभर का बताया जा रहा है। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर गाय को फिर से खेत में लाने का आरोप लगाया और बहस इतनी बढ़ गई कि मामला मारपीट और फिर हथियारों से हमला तक पहुंच गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जब हमलावरों ने तलवार से वार शुरू किया, उस वक्त एक घायल की बेटी अपने पिता को बचाने के लिए चिल्लाती रही, लेकिन हमलावर नहीं रुके। घायल अवस्था में पांचों को नरपतपुर सीएचसी ले जाया गया, जहां से उन्हें बीएचयू ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया।