Varanasi: शहर कामुस्लिम बाहुल्य इलाका मदनपुरा शुक्रवार की सुबह हर-हर महादेव की गूंज उस वक़्त गूंजने लगी, जब वहां स्थित सिद्धेश्वर महादेव मंदिर में बाबा सिद्धेश्वर का जलाभिषेक व पूजा-पाठ करने के लिए श्रद्धालु पहुंचे। सात महीने पहले मदनपुरा में मिले बाबा सिद्धेश्वर के इस मंदिर को खोलकर साफ़-सफाई की गई थी, जिसमें 2 खंडित शिवलिंग और एक मूल शिवलिंग गायब मिला था। इसके बाद इस मंदिर को बंद कर दिया गया था और इसकी चाभी प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में विश्व हिंदू परिषद् को सौंप दी गई थी।

वहीं सावन माह जो कि भगवान शिव का अतिप्रिय है, इसको देखते हुए विश्व हिंदू परिषद् के काशी प्रान्त महानगर अध्यक्ष राजेश मिश्रा के नेतृत्व में बड़ी संख्या में आज शुक्रवार को कार्यकर्ता और श्रद्धालु वहां पहुंचे। मंदिर का कपाट खोलकर बाबा का जलाभिषेक किया गया। बताते चलें कि बीते गुरूवार को ही सिद्धेश्वर महादेव मंदिर (Varanasi) का ताला खोलकर गर्भगृह का साफ़-सफाई किया जा चुका था। अब आज बाबा का जलाभिषेक और पूजा-अर्चना करने के बाद सिद्धेश्वर महादेव मंदिर में नियमित पूजा-पाठ का सिलसिला शुरू हो गया।
Varanasi: अब रोजाना होगा बाबा का जलाभिषेक
इस अवसर पर विश्व हिंदू परिषद् के काशी प्रान्त महानगर अध्यक्ष राजेश मिश्रा ने अपनी ख़ुशी जाहिर करते हुए बताया कि महादेव का सबसे प्रिय महिना सावन है, ऐसे में हमलोगों ने गुरूवार को मंदिर की साफ़-सफाई करने के बाद आज यहाँ पहुंचे और यहाँ बाबा (Varanasi) का पूजा-पाठ किया। अब यहाँ प्रतिदिन बाबा का जलाभिषेक व पूजा-पाठ किया जायेगा।

उन्होंने बताया कि सुबह सबसे पहले बाबा का कपाट खुलने के बाद मंदिर की साफ़-सफाई की गई। फिर बाबा का जलाभिषेक व दुग्धाभिषेक किया गया। बाबा को सुगन्धित पुष्पमाला अर्पित करके उनके भभूत चढ़ाया गया और उनका श्रृंगार किया गया। वहीं हमलोग मंदिर के जीर्णोद्धार और सुन्दरीकरण के लिए भी प्रयासरत है।
बता दें कि साल 2009 में इस मंदिर (Varanasi) का ताला खोला गया था और उसके बाद सीधा 8 जनवरी 2025 को पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में मंदिर का कपाट खुला। साफ़-सफाई, गंगाजल से शुद्धिकरण करने के बाद इसे पुनः बंद कर दिया गया। फिर निरंतर व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने के बाद 25 जुलाई 2025 से सिद्धेश्वर महादेव मंदिर में शिवभक्तों द्वारा बाबा का जलाभिषेक और पूजा-अर्चना करने का सिलसिला शुरू हो गया।