Varanasi: बुधवार की सुबह काशीवासियों के लिए एक राहत भरी खबर लेकर आई। कई दिनों से खतरे के निशान से ऊपर बह रही गंगा नदी का जलस्तर अब धीरे-धीरे कम होने लगा है। केंद्रीय जल आयोग (CWC) के अनुसार, बुधवार की दोपहर 12 बजे गंगा का जलस्तर 72.12 मीटर दर्ज किया गया। यह अभी भी खतरे के निशान (71.262 मीटर) से ऊपर है, लेकिन अब यह 2 सेंटीमीटर प्रति घंटे की दर से घट रहा है, जो राहत का संकेत है।
Varanasi: प्रशासन और आम नागरिकों ने ली राहत की सांस
हाल ही में गंगा का जलस्तर अपने उच्चतम बाढ़ स्तर 73.901 मीटर के बेहद करीब पहुंच गया था, जिससे शहर में बाढ़ का बड़ा खतरा मंडरा रहा था। हालांकि अब जलस्तर (Varanasi) में लगातार गिरावट का रुझान देखने को मिल रहा है, जिससे प्रशासन और आम नागरिकों दोनों ने राहत की सांस ली है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि जैसे-जैसे गंगा का पानी पीछे हटेगा, घाटों पर सामान्य गतिविधियां बहाल होंगी और धार्मिक आयोजनों में भी सुगमता आएगी। घाटों पर नाव संचालन, स्नान और पूजा-पाठ जैसी परंपराएं फिर से पटरी पर लौटने की उम्मीद है।
प्रशासन लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है। बाढ़ से निपटने के लिए आवश्यक संसाधनों और राहत कार्यों को तत्परता से तैनात किया गया है, ताकि किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटा जा सके।
बढ़ते जलस्तर (Varanasi) से प्रभावित वार्डों और गांवों में अब धीरे-धीरे हालात सामान्य होने की ओर बढ़ रहे हैं। प्रशासनिक अधिकारियों को उम्मीद है कि यदि बारिश का रुख स्थिर रहा तो अगले कुछ दिनों में जलस्तर और भी नीचे आ सकता है।