Varanasi: बभनपुरा गांव में हिस्ट्रीशीटर गौरव सिंह उर्फ मोनू पर फायरिंग के मामले में लापरवाही बरतने पर चाँदपुर चौकी इंचार्ज अंकुर कुशवाहा को डीसीपी वरुणा प्रमोद कुमार ने शनिवार को निलंबित कर दिया। साथ ही उनके खिलाफ विभागीय जांच भी बिठाई गई है। परिजनों का आरोप है कि पुलिस नामजद अभियुक्तों को भी गिरफ्तार नही कर पा रही है।
विदित है कि बभनपुरा गांव निवासी (Varanasi) गौरव सिंह व वीरेंद्रसिंह,अंकित सिंह, अभिषेक सिंह, निखिल सिंह व नीरज यादव से जन्माष्टमी के दिन रात में कहासुनी हुई थी इस दौरान गौरव के ऊपर पिस्तौल से जान लेवा हमला किया गया था परंतु गोली बगल से निकल गयी थी। गौरव ने चांदपुर पुलिस चौकी पर लिखित शिकायत किया था।परंतु तत्कालीन चौकी प्रभारी अंकुर कुशवाहा ने गम्भीरता से नही लिया।
तहरीर को कूड़ेदान में फेंक दिया था
गौरव के पिता ने पांच लोगों के विरुद्ध नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई है। फायरिंग की घटना पर गौरव सिंह के पिता ने तहरीर दी थी, लेकिन चौकी इंचार्ज ने इसे नजरअंदाज कर कूड़ेदान में फेंक दिया। आरोप है कि इस लापरवाही से बदमाशों का मन और बढ़ा और उन्होंने दोबारा हमला कर दिया।
Varanasi: गिरोह में आपसी रंजिश से फायरिंग
पुलिस के अनुसार, बभनपुरा निवासी गौरव सिंह और हमलावर अंकित सिंह, नीरज सहित अन्य लोग पहले एक ही गैंग में सक्रिय थे। बाद में आपसी मतभेद बढ़े और जन्माष्टमी पर गाली-गलौज के बाद अंकित सिंह ने अपने साथियों के साथ गौरव पर फायरिंग की। उस समय गोली गौरव के पास से निकल गई थी, लेकिन रंजिश और बढ़ गई और हमला (Varanasi) कर दिया गया।
डीसीपी वरुणा प्रमोद कुमार ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसओजी, स्थानीय थाना पुलिस और सर्विलांस की तीन टीमों को लगाया गया है। जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा। थाना प्रभारी निरीक्षक अजित कुमार वर्मा ने बताया कि पुलिस की टीम लगातार अपराधियों के ठिकानों पर छापे मारे रही है।जल्द ही पुलिस के गिरफ्त में होंगे।