दिल्ली कार ब्लास्ट केस (Delhi Blast) में जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, एक के बाद एक नए खुलासे सामने आ रहे हैं। अब इस मामले में फरीदाबाद की अल फलाह मेडिकल यूनिवर्सिटी से जुड़े प्रोफेसर डॉ. निसार का नाम भी जांच के घेरे में आया है। धमाके के तुरंत बाद से ही वह रहस्यमय तरीके से लापता बताए जा रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, जांच एजेंसियों को शक है कि डॉ. निसार का संबंध एक व्हाइट कॉलर टेरर नेटवर्क से है, जो देश के विभिन्न हिस्सों में सक्रिय है। एजेंसियों ने इस सिलसिले (Delhi Blast) में उनकी बेटी को पूछताछ के लिए डिटेन किया है, ताकि निसार की गतिविधियों और संपर्कों के बारे में अधिक जानकारी मिल सके।
Delhi Blast: परिवार फरार होने की बात से कर रहा ख़ारिज
हालांकि, इस बीच डॉ. निसार का परिवार उनके फरार होने के दावों को सिरे से खारिज कर रहा है। उनकी पत्नी सुरइया ने मीडिया से बातचीत में कहा कि “मेरे पति निर्दोष हैं और उनके बारे में गलत खबरें फैलाई जा रही हैं।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि यूनिवर्सिटी के कुछ अन्य प्रोफेसरों को भी NIA की टीम ने हिरासत में लेकर पूछताछ की है।
जांच में यह भी सामने आया है कि डॉ. निसार पहले श्रीनगर के श्री महाराजा हरि सिंह मेडिकल कॉलेज (SMHS) में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर तैनात थे। साल 2023 में उन्हें आतंकियों से संपर्क रखने के आरोप में नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था। इसके बावजूद बाद में उन्हें फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर के रूप में दोबारा नियुक्ति मिल गई थी।
अब जब दिल्ली ब्लास्ट केस (Delhi Blast) की तहकीकात तेज हो गई है, एजेंसियों का फोकस डॉ. निसार और उनके नेटवर्क पर है। जांच टीमें यह पता लगाने में जुटी हैं कि कहीं अल फलाह यूनिवर्सिटी का इस्तेमाल किसी आतंकी स्लीपर सेल के लिए कवर तो नहीं किया जा रहा था।
जांच एजेंसियों ने अब डॉ. निसार की लोकेशन ट्रैक करने के लिए देशभर में अलर्ट जारी कर दिया है। वहीं यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इस पूरे मामले पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।

