Varanasi: शहर के कोतवली थानांतर्गत मध्यमेश्वर क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया। शादी की खुशी में डूबे परिवार की मासूम बच्ची को टॉफी का लालच देकर पास के गेस्ट हाउस में ले जाकर दुष्कर्म की कोशिश की गई। आरोपी की दरिंदगी नाकाम रही, लेकिन घटना ने बच्चियों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस ने आरोपी और गेस्ट हाउस मालिक को हिरासत में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है।
घटना मध्यमेश्वर इलाके की है, जहां डीएलडब्ल्यू (Varanasi) की निवासी एक महिला अपने मायके शादी में आई हुई थी। परिवार वैवाहिक रस्मों की तैयारी में व्यस्त था, घर सजावट और अन्य कार्यों में लगा हुआ था। बच्चे बाहर खेल रहे थे। पीड़िता की मां ने बताया कि उनकी नौ साल की मासूम बेटी मोहल्ले के मंदिर परिसर में खेलने गई थी। तभी इलाके के रहने वाले राजेश चौरसिया ने मासूम को टॉफी देने की कोशिश की। बच्ची ने टॉफी लेने से इनकार कर दिया, लेकिन आरोपी ने उसे जबरन हाथ पकड़कर पास के श्री पुरम पेइंग गेस्ट हाउस में ले गया।

बच्ची ने घरवालों को सुनाई आपबीती
गेस्ट हाउस के कमरे में ले जाकर राजेश ने बच्ची के कपड़े उतारने शुरू कर दिए और उसके शरीर को नोंचने की कोशिश की। बदहवास मासूम ने आरोपी को झटका देकर चीखते-चिल्लाते बाहर भाग निकली। घर पहुंचते ही रोते-बिलखते उसने मां को पूरी आपबीती सुनाई। मां ने तुरंत परिवार वालों को सूचना दी। बच्ची के मामा और परिजन मौके पर पहुंचे तो गेस्ट हाउस मालिक विनय जायसवाल ने कबूला कि राजेश बच्ची को हाथ पकड़कर अंदर ले गया था। हालांकि मालिक की भूमिका संदिग्ध है, क्योंकि उसने आरोपी को रोकने की कोई कोशिश नहीं की।
Varanasi घटना का सीसीटीवी फुटेज आया सामने
घटना का सीसीटीवी फुटेज सामने आने से मामला और सनसनीखेज हो गया। फुटेज में साफ दिख रहा है कि आरोपी राजेश चौरसिया मासूम का हाथ पकड़े गेस्ट हाउस (Varanasi) में दाखिल हो रहा है। गेस्ट हाउस मालिक विनय जायसवाल अपने तीन-चार साथियों के साथ आरोपी से बातचीत करता नजर आ रहा है और कमरे की चाबी सौंपते हुए दिखाई दे रहा है। यह फुटेज पुलिस के लिए अहम सबूत बन गया है।

पुलिस ने आरोपियों को लिया हिरासत में
मामले की शिकायत मिलते ही कोतवाली (Varanasi) इंस्पेक्टर दयाशंकर सिंह ने त्वरित कार्रवाई की। आरोपी राजेश चौरसिया और गेस्ट हाउस मालिक विनय जायसवाल को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी गई है। मामला दर्ज कर आगे की जांच की जा रही है। सूत्रों के अनुसार, श्री पुरम पेइंग गेस्ट हाउस बिना वीडीए (वाराणसी विकास प्राधिकरण) से नक्शा पास करवाए अवैध रूप से संचालित हो रहा था।
पुलिस मामले की जांच में जुटी
डीसीपी काशी (Varanasi) जोन गौरव बंसवाल ने कहा, “मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी गई है। दोनों दरिंदों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। बच्चियों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है।” यह घटना शहर में बच्चियों की सुरक्षा को लेकर नई बहस छेड़ चुकी है। स्थानीय लोग गेस्ट हाउसों की निगरानी और सीसीटीवी की अनिवार्यता की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

