लाखों-करोड़ों की ठगी करने वाले एक बड़े गिरोह का वाराणसी पुलिस (Varanasi) ने भंडाफोड़ हुआ है। सारनाथ पुलिस टीम ने नासिक से फ्रॉड गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। उनके पास से लैपटॉप, मोबाइल फोन, ATM कार्ड और पासबुक सहित कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
सहायक पुलिस आयुक्त विद्युत सक्सेना ने बुधवार को इसका खुसला किया. उन्होंने बताया कि पुलिस (Varanasi) को सूचना मिली थी कि गोरखपुर के बेलीपार निवासी राजेंद्र जायसवाल उर्फ यश, निवासी लक्ष्मी इंडियन अपार्टमेंट, गंगापुर नासिक, अपनी पत्नी धनोती देवी और संगीता के साथ नासिक में मौजूद हैं। सूचना पर कार्रवाई करते हुए सारनाथ पुलिस की टीम ने तीनों को नासिक से दबोच लिया।
Varanasi: जानिए पूरा मामला
आरोप है कि तीनों मिलकर “DD फाइनेंस कंपनी” और “सारनाथ इन्वेस्टमेंट” के नाम से लोगों को शेयर मार्केट में पैसा निवेश कराने का लालच देते थे। मीटिंग करके वे लोगों को विश्वास दिलाते कि एक साल में निवेश की रकम तीन गुना वापस मिलेगी। इसी झांसे में उन्होंने करीब 60 लाख रुपए हड़प लिए। पुलिस (Varanasi) के अनुसार, जनवरी माह में भी इनके खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज हुआ था।

जांच में सामने आया है कि यह गिरोह इससे पहले भी कई राज्यों में सक्रिय रहा है। तीनों आरोपियों के खिलाफ गोरखपुर में भी धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं और उन पर 10 हजार रुपये का इनाम भी घोषित है। पूछताछ में उन्होंने स्वीकार किया है कि वे कुल मिलाकर 15 से 20 करोड़ रुपये की ठगी कर चुके हैं।
पुलिस (Varanasi) की जांच में यह भी पता चला है कि ठगे गए पैसे को यह लोग मुंबई के सिमंता बाजार में स्थित अपने नेटवर्क के जरिए भेजते थे। गिरफ्तार आरोपियों के पास से लैपटॉप, ATM कार्ड, कई मोबाइल, बैंक पासबुक और अन्य सामग्री बरामद की गई है। पुलिस अब गिरोह के अन्य सदस्यों और इनके वित्तीय नेटवर्क की गहन जांच कर रही है।

