- देवी के रुप में मां शैलपुत्री का भक्तों की ओर से होगा पूजन
वाराणसी। चैत्र नवरात्र (Navratri 2023) का प्रारम्भ 22 मार्च बुधवार से शुरू हो रहा है। यह नवरात्र गौरी को समर्पित है, नौ दिनों तक गौरी के स्वरुप का दर्शन होगा, वहीं देवी के रुप में भी भक्त नौ देवियों का दर्शन करेंगे।
वासंतिक नवरात्र के पहले दिन पुरातन धार्मिक मान्यता के अनुसार देवी भक्तों ने मां मुखनिर्मालिका गौरी का सविधि दर्शन-पूजन कर मां से सर्व मंगल की कामना करते हैं। इस दिन विशेष को शक्ति के उपासकों का रैला मां शैलपुत्री के मंदिर में भी लगता है। सविधि मां का पूजन कर मंगल कामना की जायेगी। मुखनिर्मालिका गौरी का मंदिर गाय घाट में स्थित है तो शैलपुत्री का मंदिर नक्खीघाट के समीप है। गायघाट क्षेत्र स्थित एक हनुमान मंदिर में मुखनिर्मालिका गौरी के विग्रह का ब्रह्म मुहूर्त में मंगला आरती के बाद पट खोल दिया जायेगा।