- अपने सांसद की एक झलक पाने के लिए लोग खड़े रहे धुप में
वाराणसी। पीएम मोदी के आगमन से आधा घंटा पहले ट्रैफिक को रोक दिया गया। लेकिन इस आधे घंटे की ट्रैफिक पर पीएम के लिए जनता का इंतजार भारी पड़ा। बैरिकेडिंग के पास पहुंचकर उनकी एक झलक पाने के लिए भीड़ उमड़ी रही। बाइक दूर खड़ी कर उनके इंतजार में लोग मौजूद रहें। सिगरा साजन तिराहे के पास बैरिकेडिंग तोड़ अंदर जाने के लिए महिलाएं उत्सुक दिखी दिखी लेकिन सख्ती के वजह से उन्हें बाहर ही रहना पड़ा। बाइक सवार भी जहां तहा बाइक खड़ी कर पीएम की एक नजर पाने को बेकरार दिखे। जैसे ही फ्लीट साजन तिराहे पर पहुंची जयकारों के साथ पीएम को आवाज लगाने की होड़ मच गयी। यहां फ्लीट की गति धीमी कर पीएम ने सभी का हाथ जोड़ कर अभिवादन किया। इसके पहले पुलिस लाइन, चौकाघाट और तेलियाबाग में भी भारी भीड़ सड़क पर उमड़ी।
चौराहों पर चर्चा – ‘गुरु बहुत पैसा मिला बनारस को’
गुरु इतना पैसा काशी को दे दिया कि सौ साल तक बनारस में कुछ न भी हो तो काम चलेगा। जब पीएम यहां आते हैं कुछ न कुछ लेकर ही आते हैं। का ना मिलल यार, काशी विश्वनाथ मंदिर भव्य बनल, ट्रेड फैसिलिटी सेंटर, कैंसर अस्पताल, इनडोर स्टेडियम, करसड़ा कुड़ा प्लांट, इंटीग्रेटेड पैक हाउस, रिंग रोड, फुलवरिया फोन लेन, सिटी कमांड कंट्रोल सिस्टम, रेलवे स्टेशन का कायाकल्प भइल, अरे यार अउर केतना बताई। वहीं मौजूद एक सज्जन का अलग ही सोच थी, कहने लगे भइया ई रोपवा (रोपवे) कितना ऊपर से जाई। दूसरे ने कहा देखत ना हउआ हउ गुब्बरावा (भारत माता मंदिर में) जेतना उपर हैं न उतना ही उंचाई रही। वहीं पास में खड़े एक व्यक्ति का कहना था कि कुल ठीक हउ यार बस नौकरिया इस सरकार दे देत त फिर कोई ना टकरायी।
जिस रूट से गुजरा पीएम का काफिला वहां दुकाने रहीं बंद
वहीं दूसरी तरफ सुरक्षा कारणों से जिस रूट से पीएम का काफिला गुजारा वहां की दुकाने बंद रहीं। इसका प्रभाव ये पड़ा कि फुटकर दुकानदारों का रोजगार प्रभावित हुआ। हां ये रहा कि दोपहर तीन बजे के बाद दुकाने खुल गयीं। दुकान बंद होने से थोड़ी नाराजगी जरूरी दिखी, लोग कहने लगे कि इतना सुरक्षा के बाद भी ये लोग दुकाने क्यों बंद करा देते हैं।
पार्किंग को लेकर हुई नोकझोंक , पुलिस ने कराया शांत वाराणसी। संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी पहुंचने से पहले यहां पार्किंग को लेकर पुलिस से नोकझोंक हुई। कारण ये रहा कि नेताओं और कार्यकर्ताओं ने वाहनों को सड़कों पर बेतरतीब खड़ा कर दिया था। ये तब हुआ जब वहां पीएम नहीं पहुंचे थे। जबकि पुलिस का निर्देश था कि सभा स्थल पर लोगों को केवल पैदल जाना है। लेकिन कई नेता और उनके समर्थक अपने वाहन पर सवार होकर अंदर जाने की बात को लेकर गेट पर तैनात पुलिसकर्मियों से नोंकझोंक करने लगे। मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों ने उन्हें समझा कर शांत कराया।