वाराणसी। भोजपुरी एक्ट्रेस आकांक्षा दुबे (Akanksha Dubey Case) के मौत की अनसुलझी गुत्थी को लेकर उनके परिजनों में काफी आक्रोश है। एक्ट्रेस 25-26 मार्च की रात वाराणसी के एक होटल में मृत पाई गई थीं।
आकांक्षा के पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने खलबली मचा दी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उनके गले पर फांसी के फंदे का निशान मिला है। इसके अलावा एक्ट्रेस के शरीर पर कहीं भी किसी तरह का चोट वगैरह का निशान नहीं मिला है। हालांकि अभी विसरा रिपोर्ट आना बाकी है, इसके बाद ही कुछ स्पष्ट हो सकेगा।
एसीपी सारनाथ के अनुसार, आकांक्षा दुबे के गले पर फंदे की इंजरी के अलावा पूरे शरीर में कहीं भी सिंगल इंजरी नहीं है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, शरीर पर चोट के निशान नहीं हैं। वहीँ मधु दुबे के वकील शशांक शेखर त्रिपाठी ने पुलिस पर आरोपियों से मिलीभगत का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि आकांक्षा की हत्या की सीबीआई जांच होनी चाहिए। प्रथम दृष्टया सारनाथ पुलिस की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है। मृतका आकांक्षा दुबे के चाचा द्वारा जो तहरीर दी गई थी, उसपर एफआईआर न लिखकर दरोगा जी ने बोलकर तहरीर लिखवाई। उनके चाचा द्वारा बार – बार हत्या किए जाने की बात कहे जाने पर भी आत्महत्या में मुकदमा पंजीकृत किया गया।
पहले दिन से लगा रही न्याय की गुहार
बता दें कि आकांक्षा दुबे की मां मधु दुबे पहले दिन से ही कह रही हैं कि उनकी बेटी की हत्या हुई है। मधु दुबे ने गायक समर सिंह और उसके भाई संजय सिंह पर गंभीर आरोप लगाये हैं। जिसके आधार पर पुलिस मुकदमा दर्ज कर दोनों आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है। मधु दुबे ने आरोप लगाया कि बीते 21 मार्च को आकांक्षा बस्ती में शूटिंग कर रही थी। तब आकांक्षा के मोबाइल पर संजय सिंह ने फ़ोन पर धमकी दी थी। उसने धमकाया था कि तुम्हारी हत्या करा देंगे।