- शव को कब्जे में लेकर जांच में जुटी पुलिस
राहुल सोनी
वाराणसी। वाराणसी के चौबेपुर थाना क्षेत्र में मड़ई में सो रहे 80 वर्षीय वृद्ध की गर्दन में रॉड घोंपकर हत्या कर दी गई। वारदात को अंजाम देकर हमलावर फरार हो गए। सुबह सोकर उठने पर परिजनों ने वृद्ध को खून से लथपथ पाया। ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। घटना की जानकारी मिलते ही वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के आला अधिकारी अपर पुलिस आयुक्त मनीष शांडिल्य, डीसीपी वरुणा जोन आरती सिंह, एसीपी सारनाथ राजकुमार सिंह, चौबेपुर थाना प्रभारी राजीव सिंह, चौकी प्रभारी कैथी काशीनाथ उपाध्याय आदि मौके पर पहुच कर जांच पड़ताल में जुट गये। इस दौरान फोरेंसिक टीम व डॉग स्क्वायड की टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर गहन जांच पड़ताल की।

जानकारी के अनुसार, वाराणसी-गाजीपुर बॉर्डर पर वाराणसी के अंतिम गांव डूढूआ निवासी हरिराम (80 वर्ष) रात में घर से दूर अपनी खेत मे बनी मिट्टी के कमरे के सामने छप्पर में खाना खाकर सो गए। प्रातः जब गांव की महिलाओं ने चारपाई से नीचे खून पड़ा देखा, तो वे दंग रह गईं। ग्रामीणों ने इसकी सूचना 112 नम्बर पर पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस के आला अफसरान मौके पर पहुच कर जांच पड़ताल किए। मृतक बृद्ध के पैर, जांघ, पेट व गर्दन में नुकीले छड़ से कुल 12 वार किया गया था। वार करने के बाद हमलावर छड़ को मृतक के शरीर में ही छोड़ भाग निकले थे।

इस दौरान फॉरेंसिक की टीम ने छड़ पर से फिंगरप्रिंट लिया। पुलिस को मृतक के बिस्तर पर एक महिला का मंगलसूत्र गिरा मिला है। डॉग स्क्वायड की टीम घटना स्थल से 700 मीटर दूर जाने के बाद वहां से भटक गई। पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेने के साथ ही बिस्तर पर पड़ा मंगलसूत्र अपने कब्जे में ले लिया है।

मृतक हरिराम को दो पुत्र हैं। बड़े पुत्र जयनाथ की कुछ वर्ष पहले मौत हो चुकी है। उनके तीन लड़के व तीन लड़कियां हैं। दूसरा पुत्र जीउत राम (45 वर्ष) है। वह दिल्ली में पेंटर का काम करते हैं। इन्हें भी दो लड़के व दो लड़कियां है। मंगलवार को बड़े पुत्र की लड़की व उनकी पोती सोनम की दिन में गोद भराई थी। इस दौरान सभी रिश्तेदार भी आए थे। सभी शाम तक चले गये थे। मृतक का पूरा परिवार मजदूरी करता है। मृतक हरिराम स्वयं बकरी चराते थे और अपने छोटे पुत्र जीउत राम के परिवार के साथ रहते थे।