सुपुर्द-ए-खाक की रस्म में परिवार का कोई भी सदस्य नहीं हो पाया शामिल

प्रयागराज। माफिया अतीक अहमद के बेटे असद को शनिवार सुबह 10 बजे प्रयागराज के कब्रिस्तान में दफना दिया गया। असद के नाना हामिद अली व रिश्तेदारों को ही कब्रिस्तान में पुलिस ने जाने दिया। अतीक बेटे के जनाजे में शामिल नहीं हो पाया। सुपुर्द-ए-खाक की रस्म के दौरान कसारी-मसारी कब्रिस्तान की ड्रोन से निगरानी की गई। पुलिस भी तैनात रही । वहीं सुबह 9: 30 बजे असद और गुलाम के शवों को झांसी से प्रयागराज लाया गया। असद की बॉडी को अतीक के घर की जगह सीधा कसारी-मसारी कब्रिस्तान ले जाया गया। वहीं, गुलाम के शव को प्रयागराज के ही मेहदौरी कब्रिस्तान ले जाया गया। वहां सुपुर्द-ए-खाक किया गया। अतीक के रिश्तेदारों को कसारी-मसारी कब्रिस्तान पुलिस खुद अपनी गाड़ी से लेकर पहुंची।

आप को बता दें कि पुलिस ने स्थानीय लोगों को कब्रिस्तान से करीब 200 मीटर दूर रोक दिया। मीडिया को भी एंट्री नहीं दी गई। अतीक के चकिया स्थित घर से कब्रिस्तान तक कदम-कदम पर फोर्स तैनात रही। सूत्रों की माने तो शुक्रवार रात 1:30 बजे पुलिस सुरक्षा में दोनों के शवों को पुलिस और रिश्तेदार लेकर झांसी से रवाना हुए। झांसी में गुरुवार को हुए एनकाउंटर में एसटीएफ ने दोनों को मार गिराया था। दोनों 24 फरवरी को प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड में फरार थे। यूपी पुलिस ने दोनों पर 5-5 लाख का इनाम घोषित कर रखा था। अतीक ने बेटे के जनाजे में शामिल होने के लिए कोर्ट में अर्जी दी थी। हालांकि, सुनवाई नहीं हो पाई। वहीं, असद की मां शाइस्ता अब तक फरार हैं।
sudha jaiswal