अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को सड़क पर उतरकर जमकर प्रदर्शन किया। हाल ही में हुए लाठीचार्ज और रामस्वरूप विश्वविद्यालय में विधि पाठ्यक्रम से जुड़ी अनियमितताओं के विरोध में छात्र कचहरी परिसर पहुंचे और पुलिस प्रशासन व सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
कार्यकर्ताओं की भीड़ ने कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर का विरोध करते हुए “ओमप्रकाश राजभर मुर्दाबाद” और “यूनिवर्सिटी मुर्दाबाद” के नारे लगाए। छात्र जमीन पर बैठकर जिला मजिस्ट्रेट (DM) को बुलाने की मांग करते रहे।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब तक दोषी पुलिसकर्मियों और बाहरी गुंडों पर कार्रवाई नहीं की जाती, आंदोलन जारी रहेगा। छात्र लगातार नारे लगाते हुए मांग कर रहे थे—“डीएम बनारस बाहर आओ” और “पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद।”
रामस्वरूप विश्वविद्यालय विवाद की पृष्ठभूमि
ABVP कार्यकर्ताओं का आरोप है कि रामस्वरूप विश्वविद्यालय में विधि पाठ्यक्रम बिना मानक और नवीनीकरण के संचालित किया जा रहा था। इसी मुद्दे पर शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे विधि छात्रों और कार्यकर्ताओं पर बाहरी तत्वों ने हमला किया और उसके बाद पुलिस ने भी बर्बर लाठीचार्ज किया।
ABVP ने इसे “अत्यंत निंदनीय और अमानवीय” बताते हुए कहा कि बुधवार को ही बार काउंसिल ऑफ इंडिया से विश्वविद्यालय को सशर्त अनुमति (प्रोविजनल) मिली है, जो यह साबित करता है कि अब तक पाठ्यक्रम अवैध तरीके से चल रहा था।
ABVP की मुख्य मांगें
प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन में 48 घंटे के भीतर कार्रवाई की मांग की है। उनकी प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं—
- लाठीचार्ज और हमले में शामिल पुलिसकर्मियों व बाहरी गुंडों पर मुकदमा दर्ज कर कठोर कार्रवाई की जाए।
- किसके आदेश पर लाठीचार्ज हुआ, इसकी जांच कर जवाब सार्वजनिक किया जाए।
- विधि पाठ्यक्रम के अवैध संचालन की विस्तृत जांच कर विश्वविद्यालय को बंद किया जाए।
- शुल्क वसूली, नवीनीकरण और मानकों से जुड़ी अनियमितताओं पर रिपोर्ट तैयार कर सार्वजनिक की जाए।
- आंदोलन में शामिल दो छात्रों का निष्कासन तत्काल रद्द किया जाए।
ABVP ने स्पष्ट कहा है कि यदि 48 घंटे के भीतर कार्रवाई नहीं की गई तो संगठन प्रदेश स्तर पर बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होगा। जिला संयोजक ने चेतावनी दी—“विद्यार्थियों के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं होगा। सरकार तुरंत कार्रवाई करे, अन्यथा छात्र प्रदेशव्यापी आंदोलन करेंगे।”