Acharya Pramod Krishnam : कांग्रेस पार्टी ने रविवार को आचार्य प्रमोद कृष्णम [Acharya Pramod Krishnam] को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया। पार्टी के खिलाफ अनुशासनहीनता और बार-बार बयानबाजी की शिकायतों के चलते कांग्रेस ने ये फैसला लिया है। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल द्वारा जारी किए गए पत्र में इस बात की जानकारी दी गई है। इसके बाद आचार्य प्रमोद कृष्णम ने मीडिया से बातचीत की।
मीडिया से बातचीत में आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि मैं कांग्रेस पार्टी का ना ही नौकर था और ना ही ही मैंने उनसे नौकरी मांगी थी। मैं कंग्रेस की विचारधार से राजीव गांधी से लेकर आज तक मूल विचारधारा से जुड़ा हुआ हूं, और कांग्रेस की मूल विचारधार सर्व धर्म संभव है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की मूल विचारधारा की आत्मा महात्मा गांधी है।
महात्मा गांधी के सपने को पीएम ने किया स्वीकार
आचार्य प्रमोद कृष्णम [Acharya Pramod Krishnam] का आगे कहना रहा कि महात्मा गांधी के हर सभा की शुरुआत रघुपति राघव राजा राम से शुरू होती है। राम रज्य का सपना सबसे पहले महात्मा गांधी ने देखा तो जो सपना महात्मा गांधी ने देखा वो सपना नरेन्द्र मोदी साकार कर रहे हैं।
यदि नरेन्द्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री हैं और वह देश के हित में कुछ अच्छा कार्य कर रहे हैं तो उस फैसले का समर्थन होना चाहिए, उसकी सराहना होनी चाहिए। लेकिन कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व नरेद्र मोदी से इतनी नफरत करने लगा है कि वह मोदी से नफरत करते-करते पुरे देश से नफरत करने लगा है। इतनी नफरत करता है कि नफरत करते-करते सनातन मिटाने पर तुल गया है। नरेन्द्र मोदी से इतनी नफरत करता है कि जो नरेद्र मोदी से मिले उससे भी नफरत करने लगता है। बस इतना ही मेरा गुनाह है कि मैं नरेन्द्र मोदी से मिला।
Acharya Pramod Krishnam : मेरा बस इतना गुनाह कि मैं नरेन्द्र मोदी से मिला
राम मंदिर जाने को लेकर उन्होंने [Acharya Pramod Krishnam] कहा कि मुझे और कोई बात नजर नही आती। ये जाकर उनसे पूछिए राम मंदिर का न्योता ठुकराना, उसे अस्वीकार करना ये सब क्या है। उनसे पूछिए कि भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा में जाना इतना बड़ा गुनाह है कि हमारी 40 साल की तमाम तपस्या को आप खत्म कर देंगे।
अपनी बात में उन्होंने [Acharya Pramod Krishnam] आगे कहा कि महाभारत में षड़यंत्र रचा था सकुनी ने और अभिमन्यु का वध हुआ लेकिन उसका परिणाम यह हुआ कि ध्रितराष्ट्र के पुरे वंश का अंत हो गया। मुझे थोड़ी तकलीफ हुई है लेकिन आभार व्यक्त करना चाहूँगा कांग्रेस के उन नेताओं का जिन्होंने मेरा निष्कासन कराने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनसे आग्रह करना चाहता हूं कि भगवान राम का वनवास 14 वर्ष का था। इस 6 साल के निष्कासन को बढ़ाकर 14 वर्ष का कर दिया जाए।