शरद पवार (Sharad Pawar) के राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद से ही महाराष्ट्र (Maharashtra Politics) में राजनीतिक हलचलें तेज हो गए गई हैं। खास तौर पर एनसीपी में उठा-पटक बढ़ने लगी है। एक तरफ समर्थक और पार्टी कार्यकर्ता शरद पवार को समझाने और मनाने में जुटे हैं तो दूसरी तरफ पार्टी में इस्तीफों का दौर भी शुरू हो गया है। दरअसल अब तक शरद पवार मानते दिख नहीं रहे हैं। ऐसे में नया अध्यक्ष आने से पहले ही पार्टी के बड़े नेता किनार करते दिखाई दे रहे हैं। इसी कड़ी में अब शरद पवार के इस्तीफे के 24 घंटे बाद ही पार्टी के महासचिव जितेंद्र आव्हाड़ ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
कौन है जितेंद्र आव्हाड़?
जितेंद्र आहवाड महाराष्ट्र कद्दावर नेताओं में गिने जाते हैं। वे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव भी थे। इसी पद से उन्होंने शरद पवार के जाने के बाद इस्तीफा दे दिया है। इतना ही नहीं जितेंद्र आव्हाड़ के रिजाइन देने के साथ ही बताया जा रहा है कि उनके साथ जितने भी पदाधिकारी हैं उन्होंने भी अपने-अपने पदों से रिजाइन कर दिया है।
जितेंद्र ने अपना इस्तीफा बकायदा लेटर के जरिए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल को सौंप दिया है। हालांकि अब तक उनका इस्तीफा मंजूर नहीं किया गया है, लेकिन शरद पवार के जाने के बाद माना जा रहा है कि बड़े स्तर पर पार्टी पदों से नेताओं के रेजिगनेशन हो सकते हैं। इसकी शुरुआत 24 घंटे में ही हो गई है।
एनसीपी की बैठक जारी
शरद पवार के इस्तीफे के बाद से ही एनसीपी में मंथन का दौर जारी है। पार्टी का अलग अध्यक्ष कौन होगा इसके लिए एनसीपी के ऑफिस में सुबह से ही बैठक चल रही है। बैठक में खुद शरद पवार भी मौजूद हैं। वहीं जानकारों की मानें तो समर्थकों के लाख मनाने के बाद भी शरद पवार दोबारा अध्यक्ष बनने के मूड में नहीं हैं। ऐसे में सुप्रिया और अजित पवार में से किसी एक को अध्यक्ष बनाने पर मुहर लग सकती है।
जानकारों की मानें तो दोनों को एक-एक पद देने के फॉर्मूले पर बात हो सकती है। इसमें एक हाथ राष्ट्रीय तो एक हाथ प्रदेश की कमान सौंपी जा सकती है। वहीं इस बैठक के बीच जितेंद्र आव्हाड़ के इस्तीफे ने भी खलबली मचा दी है। माना जा रहा है कि अभी और पार्टी पदाधिकारी पद छोड़ सकते हैं।