आगरा (Agra) में एक विवादित पोस्टर को फाड़ने के आरोप में समाजवादी पार्टी (सपा) के छात्र विंग के जिलाध्यक्ष पंकज कसाना को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस पोस्टर में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीर के साथ “बटेंगे तो कटेंगे” लिखा हुआ था। पुलिस ने कसाना की गिरफ्तारी CCTV फुटेज के आधार पर की, जिसमें उनकी गाड़ी भी दिखाई दी।
यह पोस्टर आगरा के जयपुर हाउस इलाके में 5 दिन पहले भाजपा नेता राम रसिया गुप्ता द्वारा लगाया गया था। इसके बाद इस स्लोगन के पोस्टर शहर के विभिन्न स्थानों पर लगाए गए थे, जिनमें से एक फतेहाबाद रोड पर था। मंगलवार रात को पंकज कसाना और उनके साथियों ने इस पोस्टर को फाड़ दिया। भाजपा नेता जीतेश स्वरुप ने बसई चौकी में इस मामले की शिकायत की थी।
पुलिस ने बताया कि पंकज कसाना, जो सैंया का निवासी है, स्कॉर्पियो कार में आए थे और नारेबाजी करते हुए पोस्टर फाड़ दिया।
Agra नगर निगम ने हटाए पोस्टर
इसी बीच, नगर निगम ने शहर में लगे ‘बटेंगे तो कटेंगे’ वाले पोस्टर हटा दिए हैं। सहायक नगर आयुक्त अशोक प्रिय गौतम ने बताया कि उन्हें वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश मिले थे, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई। होर्डिंग लगाने वाले विकास गुप्ता ने कहा कि उनकी जानकारी के बिना ये होर्डिंग हटाए गए और उन्होंने दिवाली के बाद कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी।
गुप्ता ने कहा कि इस होर्डिंग पर कोई विवादित बात नहीं थी और ‘बटेंगे तो कटेंगे’ का संदेश हिंदुओं को एकजुट रहने के लिए था। उन्होंने यह भी कहा कि होर्डिंग फाड़ने से कुछ नहीं होगा, क्योंकि वे फिर से लगवाए जाएंगे।
इस घटना के पीछे यूपी उपचुनाव को लेकर भाजपा और सपा के बीच चल रही सियासी जंग का भी हाथ है। सपा ने सीएम योगी के “बटेंगे तो कटेंगे” नारे के विरोध में “न बटेंगे-न कटेंगे” का नारा दिया है और पार्टी कार्यालय के बाहर भी इसी संदर्भ में होर्डिंग लगाई है।