कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय (Ajay Rai) की गुरुवार को निकाली गई पदयात्रा अब कानूनी पचड़े में फंसती दिख रही है। कैंट रेलवे स्टेशन के पास से शुरू हुई इस यात्रा के दौरान सड़क पर जाम और अव्यवस्था फैलने के आरोप में अजय राय समेत 60 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। अजय राय ने इस कार्रवाई को राजनीतिक प्रतिशोध बताया। उनका कहना है, “मैंने काशी की सच्चाई और बनारस का असली स्वरूप दिखाया, उसकी सजा मुझे दी जा रही है।” उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार और प्रधानमंत्री सच्चाई उजागर होने से डरते हैं।
अब यह यात्रा पूरे प्रदेश में निकलेगी-Ajay Rai
अजय राय ने यह भी दावा किया कि पदयात्रा से पहले प्रशासन को विधिवत सूचना दे दी गई थी, बावजूद इसके अब पुलिस कार्रवाई कर रही है। उन्होंने (Ajay Rai)सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, “हम सड़क पर उतरकर इनकी पोल खोलते रहेंगे, अब यह यात्रा पूरे प्रदेश में निकलेगी।”
अजय राय (Ajay Rai)ने कहा कि ‘यह सरकार (भाजपा) हम पर कई मुकदमें लगा रही है… यह सब इसलिए क्योंकि आज हम सड़कों पर उतरकर सरकार की नींद खोलने काम कर रहे हैं… आज से सावन का महीना शुरू हुआ है और पूरे शहर में गड्ढे हैं… कल मैं एक कांवड़िया शिविर में गया लेकिन वहां बिजली की व्यवस्था भी नहीं थी…”
दरअसल, प्रशासन का आरोप है कि इंग्लिशिया लाइन चौराहे पर पदयात्रा के कारण यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ, जिससे आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस मामले में सिगरा थाना पुलिस ने काशी विद्यापीठ चौकी इंचार्ज की तहरीर पर केस दर्ज किया है।