लखनऊ में ह्यूमन मेटापन्यूमोवायरस (HMPV) का पहला केस सामने आने के बाद वाराणसी में स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। बीएचयू के इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (आईएमएस) ने संक्रमण से निपटने के लिए विशेष तैयारी की है। निदेशक प्रो. एसएन संखवार की अध्यक्षता में बैठक आयोजित कर रणनीति तैयार की गई और 20 बेड का अलग वार्ड रिजर्व किया गया है।
बीएचयू में विशेष वार्ड और तैयारियां
आईएमएस बीएचयू में एचएमपीवी से निपटने के लिए 20 बेड रिजर्व किए गए हैं। निदेशक ने बताया कि आवश्यकता पड़ने पर बेड की संख्या बढ़ाई जाएगी। मरीजों के इलाज, जांच, दवाइयों और ऑक्सीजन सुविधाओं के लिए पूरी व्यवस्था तैयार है। विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक टीम हर स्थिति से निपटने के लिए नियुक्त की गई है।
चिकित्सा विभाग सतर्क
बाल रोग, मेडिसिन, नेफ्रोलॉजी, टीबी एंड चेस्ट, और हृदय रोग विभाग को अलर्ट पर रखा गया है। निदेशक ने बताया कि चिकित्सा अधीक्षक को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। साथ ही, डिप्टी एमएस प्रो. अंकुर सिंह और मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ. एलपी मीना निगरानी करेंगे। सैंपल कलेक्शन और लैब जांच की जिम्मेदारी प्रो. गोपालनाथ और प्रो. रोयाना सिंह को दी गई है।
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HMPV: स्वास्थ्य विभाग का अलर्ट मोड
स्वास्थ्य विभाग ने पैथोलॉजी जांच, इलाज, और ऑक्सीजन की उपलब्धता की निगरानी शुरू कर दी है। लखनऊ में केस मिलने के बाद वाराणसी में भी संक्रमण को रोकने के लिए सतर्कता बढ़ा दी गई है। आईएमएस बीएचयू के निदेशक ने आश्वासन दिया है कि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए विभाग पूरी तरह तैयार है।