कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर काशी का अद्वितीय वैभव देव दीपावली (Dev Diwali 2024) पर देखने को मिलेगा, जब गंगा के तट से लेकर कुंडों तक 21 लाख दीयों की रोशनी से यह प्राचीन नगरी दमक उठेगी। काशी की गलियां, चौराहे और घरों की चौखटें दीपों से सजाई जाएंगी, और इस भव्य नजारे को देखने के लिए देश-विदेश से भारी संख्या में पर्यटक पहुंचेंगे।
इस उत्सव के प्रति लोगों की दीवानगी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 30 लोगों की क्षमता वाली नाव की बुकिंग 3.60 लाख रुपये तक पहुंच गई है, जबकि बजड़े की बुकिंग पांच लाख रुपये में की जा चुकी है। गंगा किनारे के सभी होटल, नाव और क्रूज भी पहले ही पूरी तरह बुक हो चुके हैं।
Dev Diwali 2024: घाटों पर दीपों की जगमगाहट और पर्यटकों का मेला
देव दीपावली (Dev Diwali 2024) के दिन काशी के अर्धचंद्राकार घाट दीपों से सुसज्जित होंगे। शिव की नगरी का यह दृश्य देखने के लिए सिर्फ भारत से ही नहीं, बल्कि दुनियाभर से पर्यटक काशी पहुंचेंगे। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि एक महीने पहले ही होटलों, नावों, बजड़ों और क्रूज की बुकिंग पूरी हो गई थी।
देव दीपावली के आसपास के दिनों में होटलों के कमरे मिलना मुश्किल हो गया है, और जहां मिल रहे हैं, वहां के रेट आसमान छू रहे हैं। ज्यादातर डबल डेकर बजड़े और बड़ी नावों की बुकिंग भी एक महीने पहले ही हो चुकी है।
सैलानियों की पहली पसंद बने बजड़े और क्रूज
अस्सी घाट निवासी प्रदीप का बजड़ा पांच लाख रुपये में बुक हो चुका है, और नावों के साथ-साथ क्रूज भी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। एमवी राजमहल के प्रबंधक राज सिंह ने बताया कि क्रूज की बुकिंग भी देव दीपावली के लिए पहले ही फुल हो चुकी है। कोलकाता से चलकर गंगा विलास भी 27 अक्तूबर तक वाराणसी पहुंच जाएगा, और इस बार (Dev Diwali 2024) बंगाल गंगा भी देव दीपावली के दौरान वाराणसी में ही रहेगा।
अलकनंदा क्रूज लाइन के प्रबंधक विकास मालवीय के अनुसार, 15 नवंबर तक की सारी बुकिंग हो चुकी है। अस्सी घाट के नाव संचालक वीरेंद्र ने बताया कि आम दिनों में पांच हजार रुपये में बुक होने वाली 30 लोगों की क्षमता वाली नाव अब प्रति व्यक्ति 12 हजार रुपये की दर से 3.60 लाख रुपये में बुक हो रही है।
10 लाख पर्यटकों की उम्मीद
पर्यटन विभाग की उप निदेशक आरके रावत के अनुसार, इस बार देव दीपावली (Dev Diwali 2024) के मौके पर 10 लाख से अधिक लोगों के काशी आने की उम्मीद है। विदेशी पर्यटक एक महीने पहले से ही काशी पहुंच रहे हैं और बड़ी संख्या में बुकिंग कर रहे हैं। इस अवसर पर वाराणसी कैंट, काशी रेलवे स्टेशन और मालवीय ब्रिज को भी झालरों से सजाया जाएगा।
घाटों पर सजावट और विशेष आतिशबाजी
पर्यटन विभाग की ओर से घाटों को झालरों से सजाने की योजना बनाई गई है, और शहर के पोलों पर स्पाइरल लाइटें लगाई जाएंगी। नगर निगम भी घाटों की साफ-सफाई और सजावट की तैयारी में जुटा हुआ है।
इस बार देव दीपावली (Dev Diwali 2024) पर मलेशियाई कलाकार दशाश्वमेध घाट के सामने गंगा के उस पार विशेष ग्रीन आतिशबाजी करेंगे, जिसमें 12 मीटर लंबे रैंप पर शिव स्तुति की धुन के साथ 15 मिनट तक सतरंगी पटाखों से आसमान में रंग भरे जाएंगे। इस भव्य उत्सव के जरिए काशी एक बार फिर अपनी अद्वितीय सांस्कृतिक धरोहर और आध्यात्मिक महत्व को पूरी दुनिया के सामने प्रस्तुत करेगी।
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