Ayodhya: अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ को बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है। देश के 10 राज्यों से आए श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। ठंड पर आस्था भारी नजर आ रही है। रामलला के दरबार को आकर्षक फूलों से सजाया जा रहा है।
इस पावन अवसर पर रामलला की विशेष पूजा और अभिषेक का आयोजन हुआ। पंचामृत अभिषेक में दूध, दही, घी, शहद और शक्कर का उपयोग किया गया। इसके बाद गंगाजल से भगवान का स्नान कराया गया। रामलला को पीले वस्त्र पहनाए गए, जिन पर सोने के तारों की बुनाई थी, और उनके मुकुट में जड़ा हीरा उनकी दिव्यता को और भी बढ़ा रहा था।

सीएम योगी ने की पूजा, एकता पर दिया जोर
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी रामलला के दर्शन किए और पूजा-अर्चना में हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि राष्ट्रीय एकता और सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जिक्र करते हुए कहा कि “राम हैं तो राष्ट्र है और राष्ट्र है तो राम हैं।” यह संदेश हमें एकता और सामाजिक समरसता की ओर प्रेरित करता है।
Ayodhya में श्रद्धालुओं की बाढ़
रामलला के दर्शन के लिए दिल्ली, हिमाचल प्रदेश समेत देश के दस से अधिक राज्यों से श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे। मंदिर को विदेशी फूलों से सजाया गया, और अंगद टीला पर जर्मन हैंगर टेंट लगाया गया, जहां 5,000 से अधिक श्रद्धालु रामकथा का आनंद ले रहे हैं।

योगी आदित्यनाथ: “एकता में ही शक्ति”
सीएम योगी ने अपने भाषण में समाज में एकता बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यदि समाज जाति, भाषा और क्षेत्रीय खाइयों में बंटा रहेगा, तो इसका खामियाजा हमारे पूज्य धर्मस्थलों और समाज को भुगतना पड़ेगा। उन्होंने सभी से एकता और सामाजिक समरसता के सूत्र में बंधने की अपील की।
रामजन्मभूमि आंदोलन की स्मृतियां
योगी आदित्यनाथ ने रामजन्मभूमि आंदोलन को याद करते हुए कहा कि यह संघर्ष केवल एक दिन की घटना नहीं, बल्कि 500 वर्षों का लंबा इतिहास है। 1528 से लेकर 6 दिसंबर 1992 तक, हर 15-20 वर्षों में हिंदू समाज अपने आराध्य रामलला की जन्मभूमि को वापस पाने के लिए संघर्ष करता रहा। उन्होंने संतों और नेताओं के त्याग और बलिदान को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने इस आंदोलन को सफल बनाने के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया।
Shri Ram Rag Seva is being organized at the Shri Ram Janmabhoomi temple in Ayodhya to commemorate the first anniversary of the Pran Pratishtha of Prabhu Shri Ramlalla Sarkar. This devotional event is dedicated to celebrating the spiritual and cultural glory of Lord Shri Ram,… pic.twitter.com/2iqo8ENUAv
— Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra (@ShriRamTeerth) January 9, 2025
अयोध्या के बदलते स्वरूप की झलक
मुख्यमंत्री ने अयोध्या के विकास पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि अयोध्या अब त्रेता युग का एहसास कराती है। शहर की सड़कों को फोर लेन और सिक्स लेन में परिवर्तित किया गया है। सरयू नदी के घाटों को नया रूप दिया गया है, जो अब श्रद्धालुओं को आकर्षित करते हैं।
देश की पहली सोलर सिटी
योगी ने गर्व से घोषणा की कि अयोध्या देश की पहली सोलर सिटी बन गई है। सूर्यवंश की राजधानी के रूप में जानी जाने वाली अयोध्या में अब सौर ऊर्जा से बिजली आपूर्ति की जा रही है। यह नया भारत और नए उत्तर प्रदेश का प्रतीक है।
इंटरनेशनल एयरपोर्ट और वैश्विक कनेक्टिविटी
सीएम योगी ने बताया कि अयोध्या अब इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जुड़ गई है। उन्होंने ऐतिहासिक संदर्भ देते हुए कहा कि भगवान राम ने पुष्पक विमान से अयोध्या लौटने के हजारों साल बाद, आज अयोध्या में विज्ञान की प्रगति के साथ एक भव्य इंटरनेशनल एयरपोर्ट स्थापित हो चुका है।

हनुमान जी और सरयू मैया की जयकार से कार्यक्रम का आरंभ
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्यमंत्री योगी ने हनुमान जी और सरयू मैया की जयकार के साथ की। उन्होंने रामलला के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलन कर आयोजन का उद्घाटन किया। ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा ने बताया कि योगी केवल मुख्यमंत्री नहीं, बल्कि उस परंपरा के ध्वजवाहक हैं, जिसकी तीन पीढ़ियां राम मंदिर आंदोलन के लिए समर्पित रही हैं।
अशोक सिंघल और महंत दिग्विजय नाथ को श्रद्धांजलि
सीएम योगी ने राम मंदिर आंदोलन में अहम भूमिका निभाने वाले अशोक सिंघल और महंत दिग्विजय नाथ को याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने अपने गुरुदेव के अंतिम क्षणों को याद करते हुए कहा कि उनका आशीर्वाद और दृढ़ विश्वास मंदिर निर्माण के पीछे मुख्य प्रेरणा रहा।
भविष्य की अयोध्या: वैभव और आध्यात्म का केंद्र
मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले कुछ वर्षों में रामजन्मभूमि परिसर दुनिया के सबसे भव्य धार्मिक स्थलों में से एक होगा। अयोध्या को वैश्विक स्तर पर सबसे सुंदर और आध्यात्मिक नगरी के रूप में देखा जाएगा।
राम मंदिर ट्रस्ट का समर्पण
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने पिछले चार वर्षों में दिन-रात मेहनत कर मंदिर परिसर को भव्य रूप देने का कार्य किया है। चंपत राय और अन्य सदस्यों ने इस आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
Highlights
श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं
इस भव्य आयोजन में श्रद्धालुओं के लिए विशेष इंतजाम किए गए। पंजाब से आए 6 वर्षीय बालक मोहब्बत को मुख्यमंत्री का आशीर्वाद मिला। मंदिर परिसर और पूरे अयोध्या को इस अवसर पर भव्य रूप से सजाया गया।