Ayodhya Ram Mandir: हिंदुओं का 492 वर्ष पुराना इंतजार समाप्त होने जा रहा है। अयोध्या के राम मंदिर में रामलीला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होगी। कार्यक्रम के दौरान गर्भ गृह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ पांच लोग मौजूद रहेंगे।
बताया जा रहा है कि गर्भगृह में प्राण प्रतिष्ठा के समय प्रधानमंत्री मोदी के अलावा यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, संघ प्रमुख मोहन भागवत, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और राम मंदिर के मुख्य आचार्य सत्येंद्र मौजूद रहेंगे। प्राण प्रतिष्ठा के समय रामलला की मूर्ति की आंखों से जिस वक्त पट्टी हटाई जाएगी, उस वक्त गर्भगृह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद रहेंगे।
पूजा कार्यक्रम के लिए आचार्यों की तीन टीमों का गठन किया गया है। पहली टीम की अगुवाई स्वामी गोविंद देवगिरी करेंगे। दूसरी टीम का नेतृत्व कांची कामकोटी शंकराचार्य विजयेंद्र सरस्वती करेंगे। इसके अलावा तीसरी टीम में काशी के 21 विद्वान मौजूद रहेंगे।
Ayodhya Ram Mandir: सूरज की थीम पर सज गया अयोध्या
बता दें कि प्राण प्रतिष्ठा [Ram Mandir] के वक्त गर्भगृह का पर्दा बंद रहता है। पट्टी हटाने के बाद मूर्ति को आईना दिखाते हैं। जिससे कि सबसे पहले खुद भगवान अपना चेहरा देख सकें। अयोध्या में अगले महीने होने वाले राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले शहर की एक प्रमुख सड़क को सूरज की थीम वाले सूर्य स्तंभों से सजाया गया है।
30 फूट ऊंचे प्रत्येक स्तंभ में एक सजावटी गोल है, जो रात में लाइट जलने पर सूर्य जैसा दिखता है। अयोध्या पीडब्ल्यूडी के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ऐसे 40 स्तंभ धर्मपथ मार्ग पर लगाए जाएंगे। जो नया घाट के पास लता मंगेशकर चौक को अयोध्या बाईपास से जोड़ता है।
जनवरी में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा [Ram Mandir] समारोह से पहले अयोध्या में रामपथ और अन्य प्रमुख सड़कों पर स्थित दुकानों के शटरों को हिन्दू प्रतीकों की कलाकृतियों से सजाया गया है। इन कलाकृतियों में मंदिर की आकृति के साथ जय श्री राम के नारे और स्वास्तिक चिन्ह शामिल हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा के लिए शहर को सजाने के प्रयासों के तहत स्थानीय अधिकारियों ने इस कार्य को अंजाम दिया है।