बागेश्वर धाम प्रमुख धीरेंद्र शास्त्री (Bageshwar Baba) शनिवार को काशी पहुंचे। आगमन के बाद उन्होंने सबसे पहले मणिकर्णिका घाट जाकर अपने दादा गुरुजी के शवदाह स्थल पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके उपरांत पास स्थित सतुआ बाबा आश्रम में रात्रि विश्राम किया और ध्यान साधना में समय बिताया। भोर में गंगा स्नान के बाद उन्होंने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक कर दर्शन किए।

इस दौरान उन्होंने लोगों से मुलाकात भी की. ऐसे में बागेश्वर बाबा की एक झलक पाने के लिए लोग बेताब नजर आए। लोगों ने उन्होंने अपने जीवन की समस्याओं को साझा किया। जिससपर बाबा ने समाधान बताया. हंसी-ठिठोली के साथ उन्होंने लोगों के साथ एक अच्छा समय बिताया।


राष्ट्रहित में सोचने वाले लोग खुलकर आ रहे सामने- Bageshwar Baba
इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत भी की। बागेश्वर बाबा (Bageshwar Baba) ने कहा कि आज मैंने बाबा विश्वनाथ का जो जलाभिषेक किया है, वह भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने की कामना के साथ किया है। देश में सामाजिक समरसता को बढ़ावा देना और भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित कराने के उद्देश्य से 7 नवंबर से 16 नवंबर तक पदयात्रा निकाली जाएगी, जो कि दिल्ली से वृंदावन तक जाएगी।

बागेश्वर बाबा (Bageshwar Baba) ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सनातनी परंपराओं को बढ़ावा दिया है। श्री काशी विश्वनाथ धाम और अयोध्या में भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर हमारी आस्था के केंद्र हैं। उन्होंने देशवासियों, विशेषकर हिंदुओं, से जागृत होने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खेल, सामाजिक, आर्थिक और सनातन सहित विभिन्न क्षेत्रों में विशेष ध्यान देकर देश को विकास के पथ पर अग्रसर किया है।



उन्होंने आगे कहा कि विश्व में शांति की स्थापना सनातन धर्म को आगे बढ़ाकर ही संभव है। यदि हम नेपाल और बांग्लादेश जैसी स्थिति से बचना चाहते हैं, तो भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना होगा। इसके लिए वैचारिक क्रांति की आवश्यकता है। उन्होंने सुझाव दिया कि नेपाल को भी राजसत्ता के साथ हिंदू राष्ट्र घोषित करना चाहिए।