ओड़िसा के बालासोर (Balasor Train Accident) में पिछले महीने हुए भीषण रेल दुर्घटना (Balasor Train Accident) से जुड़ी एक बड़ी अपडेट सामने आई है। इस ट्रिपल ट्रेन हादसे में CBI ने शुकवार को तीन रेल कर्मचारियों को गिरफ्तार किए। इन कर्मचारियों में सीनियर सेक्शन इंजीनियर अरुण कुमार मोहंता, सेक्सहं इंजीनियर मो० आमिर खान और टेक्नीशियन पप्पू कुमार शामिल हैं।
सीबीआई द्वारा गिरफ्तार तीनों आरोपियों पर गैर इरादतन हत्या और सबूत मिटाने का आरोप है। पिछले महीने हुए इस भीषण ट्रेन हादसे में 293 से ज्यदा लोगों की मौत व 1000 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। इस घटना के बाद से देश की राजनीति में उथल-पुथल मच गई थी।
सूत्रों के मुताबिक, इन तीनों कर्मचारियों की लापरवाही के कारण ही यह हादसा हुआ। इन तीनों को पहले से ही घटना की जानकारी थी। तीनों जानते थे कि उनकी लापरवाही से बड़ा हादसा हो सकता है।
वहीं दूसरी ओर दुर्घटना (Balasor Train Accident) की जांच कर रहे रेलवे के सुरक्षा आयुक्त (CRS) ने पिछले सप्ताह हादसे के लिए सिग्नलिंग विभाग के कर्मचारियों की भूल बताया था।
बालासोर (Balasor Train Accident) ट्रेन हादसे की CRS जाँच की गई थी। इस जांच की रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया है कि इस दुर्घटना (Balasor Train Accident) के लिए सिग्नल एंड टेलिकॉमविभाग में कई लेवल पर खामियां दिखाई गई थीं। रिपोर्ट में बताया गया कि यदि सिग्नल सर्किट डायग्राम में गड़बड़ी न हुई होती, तो 293 यात्रियों को अपनी जान न गवानी पड़ती। भविष्य में ऐसी दुर्घटना (Balasor Train Accident) से बचाव के लिए CRS ने 14 बिंदुओ पर अपनी सिफारिश पेश की है।
साउथ ईस्ट सर्किल कोलकाता के CRS एएम चौधरी ने अपनी जांच रिपोर्ट में बताया कि सिग्नल सर्किट के डायग्राम में हुई गड़बड़ी के कारण क्रासिंग गेट संख्या-94 के पास कोरोमंडल एक्सप्रेस को गलत सिग्नल मिल गया। अप मेन लाइन को अप लूप लाइन क्रॉस ओवर 17ए/बी से जोड़ने वाला क्रॉस ओवर लूप लाइन पर सेट किया गया था। गलत सिग्नल के कारण कोरोमंडल एक्सप्रेस अप लूप लाइन पर चली गई और वहां पहले से खड़ी मालगाड़ी के पीछे वाले वैगन से टकरा गई।
Balasor Train Accident: CRS जांच में सामने आई ये खामियां
खामी-1 : क्रासओवर 17 ए/बी विफल हो गया। डेटा लॉगर की जांच में पता चला कि प्वॉइंट को रिवर्स से सामान्य होने में तिगुना समय लगा। सामान्यत: इसमें 13-14 सेकेंड का समय लगता है। लेकिन, घटना के दौरान इसमें 37 सेकेंड लगा।
खामी-2 : शाम 4:23 से 6:08 बजे तक छह ट्रेनों को अप मेन लाइन से गुजारा गया क्रॉसओवर 17 ए/बी सामान्य के साथ।
खामी-3 : जैसे ही ट्रेन 12841 अप होम सिग्नल से आगे बढ़ी, ट्रैक सर्किट क्रम में गिर गया। बाद में UMT1 गिरा दिया गया। जिससे ट्रेन क्रॉसओवर 17 ए/बी रिवर्स के साथ अप लूप लाइन में जाने लगी।
खामी-4 : बहनागा बाजार स्टेशन पर एलसी-94 के ईएलबी प्रतिस्थापन कार्य के लिए सिग्नल एंड टेलीकॉम स्टाफ को एलसी-79 के वायरिंग डायग्राम की आपूर्ति की गई थी। यह एक गलत कदम था, जिस कारण गलतियां हुईं। अधिकारी सतर्क रहते तो शायद हादसा नहीं होता।

बालासोर (Balasor Train Accident) जैसी घटना से सबक लेते हुए CRS ने सुझाव भी दिए हैं।
- सिंग्नलिंग सर्किट में किसी भी तरह के संशोधन अथवा बदलाव करने से पहले मौजूदा सर्किट का कार्यात्मक परिक्षण कर यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि वास्तविक सर्किट डायग्राम के अनुसार है या नहीं। सर्किट में किसी भी प्रकार के बदलाव सम्बंधित अधिकारी की उपस्थिति में हो।
- ऐसी स्थिति जहां एक बिंदु के लिए ‘सामान्य’ और ‘रिवर्स’ संकेत रिले का पता लगाया जाता है, उस बिंदु पर सभी सिग्नल गतिविधियों को रोका जाना चाहिए।
- ईएल के इंस्टालेशन में पॉइंट स्विच ग्रुप को समाप्त किया जाना चाहिए।
- स्टेशन मास्टरों को ईएल सिस्टम की संभावित दोषपूर्ण स्थितियों अथवा कमियों से अवगत कराना चाहिए। जिन्हें पैनल पर संकेतों के माध्यम से पता लगाया जा सकता है।
- लंबे समय तक के उपाय के रूप में सिग्नलिंग कार्य/गियर को ओएफसी के माध्यम से सीधे ईएल से जोड़ा जाना चाहिए। जिससे मीडिएटर रिले समाप्त हो जाए।
ओड़िसा के बालासोर (Balasor Train Accident) में हुए इस भीषण ट्रेन हादसे में 293 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई थी। हादसा इतना खतरनाक था कि लोग अवशेषों में अपनों को ढूंढते रहे। दूसरी ओर, इस ट्रिपल ट्रेन हादसे में 52 शव ऐसे हैं, जिनकी पहचान अब तक नहीं हो पाई है। BBC की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इन शवों को भुवनेश्वर के AIIMS कैंपस में डीप फ्रीज कंटेनर में रखा गया है।
6 जून 2023 को 81 शवों का DNA सैंपल जांच के लिए दिल्ली भेजा गया था। शुक्रवार को 30 सैंपल्स इ रिपोर्ट आई और 29 मृतकों की पहचान हुई। इन शवों को उनकी फैमिली को सौंप दिया गया है। इस मामले में रेलवे के एक अधिकारी का कहना है कि कुछ शव ऐसे हैं, जिनके एक से ज्यादा दावेदार हैं। अब DNA सैंपल के सेकंड फेज का इंतज़ार किया जा रहा है।