Banaras Railway Engine Factory: बनारस रेल इंजन कारखाना (बरेका) में ‘100 दिवसीय टीबी मुक्त भारत जन भागीदारी अभियान’ के तहत एक भव्य जन जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। इस पहल का उद्देश्य टीबी (क्षय रोग) के प्रति जागरूकता बढ़ाना और भारत को टीबी मुक्त बनाने के राष्ट्रीय मिशन को आगे बढ़ाना है।

गोल्फ कोर्स गेट से सुबह 8 बजे रैली को बरेका महाप्रबंधक नरेश पाल सिंह और महिला कल्याण संगठन की अध्यक्षा हीमा सिंह चौहान ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली ने बरेका परिसर के विभिन्न महत्वपूर्ण स्थानों – गोल्फ कोर्स, सूर्य सरोवर, बरेका इंटर कॉलेज, बैंक ऑफ बड़ौदा, और बीएलडब्ल्यू स्टेडियम – से होते हुए कुंदन के पास समापन किया।
“टीबी हारेगा, देश जीतेगा” का दिया संदेश
इस रैली में बरेका के अधिकारी, महिला कल्याण संगठन की सदस्याएं, चिकित्सा विभाग के विशेषज्ञ, कर्मचारी, छात्र-छात्राएं, खिलाड़ी, रेल सुरक्षा बल, भारत स्काउट एंड गाइड, और स्थानीय नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। सभी ने टीबी के खिलाफ जागरूकता फैलाने और “टीबी हारेगा, देश जीतेगा” के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया।

महाप्रबंधक नरेश पाल सिंह ने कहा, “टीबी उन्मूलन (Banaras Railway Engine Factory) के लिए हर नागरिक का सहयोग आवश्यक है। यह अभियान न केवल स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाएगा, बल्कि समाज में एकजुटता भी लाएगा।” महिला कल्याण संगठन की अध्यक्षा हीमा सिंह चौहान ने सामाजिक सहभागिता और जागरूकता को टीबी के उन्मूलन के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए नववर्ष की शुभकामनाएं दीं।

प्रमुख मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवेश कुमार ने टीबी के लक्षण, बचाव और उपचार की जानकारी दी। उन्होंने जोर दिया कि समय पर जांच और नियमित उपचार से टीबी पूरी तरह ठीक हो सकता है।
Banaras Railway Engine Factory: अभियान की आगामी योजना
रैली के दौरान टीबी से संबंधित जानकारी वाले पंपलेट वितरित किए गए। यह अभियान अगले 100 दिनों तक जारी रहेगा, जिसके तहत स्वास्थ्य जांच शिविर, नुक्कड़ नाटक और विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
इस आयोजन में बरेका (Banaras Railway Engine Factory) के महाप्रबंधक नरेश पाल सिंह, प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर एस.के. श्रीवास्तव, प्रमुख मुख्य यांत्रिक इंजीनियर सुब्रत नाथ, और प्रमुख मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवेश कुमार समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी परिषद के सदस्य उपस्थित रहे।