- 22 दिसंबर को वाराणसी में आयोजित होगी ‘भारत जोड़ो यात्रा’
- तैयारियों को लेकर कार्यकर्ताओं ने कसी कमर
- बेरोजगारी, महंगाई, नफरती माहौल से जनता परेशान: पूर्व सांसद डॉ० राजेश मिश्रा
- कांग्रेस नेता राहुल गांधी के कदमों को मजबूत करेगी ‘भारत जोड़ो यात्रा’
वाराणसी। वर्तमान समय में देश में सामाजिक, आर्थिक, सामाजिक व राजनैतिक मोर्चे पर जिस तरह की उदासी व भयाक्रांत हालात हैं, उससे हर वर्ग हर तबका परेशान है। देश में लगातार बढ़ रहे नफऱत, टूटन, भयावह बेरोजगारी, नारी शक्ति के अपमान, युवाओं के साथ छल, भयावह होती मंहगाई, अन्नदाता के साथ किए जा रहे क्रूर व्यवहार, घटते रोजगार तथा लगातार बेचे जा रहे विभागों से जनता परेशान है।
सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों से भारत को टूटने से बचाने हेतु कन्याकुमारी से लगायत कश्मीर तक लगभग छत्तीस सौ किलोमीटर भारत जोड़ो मिशन पर निकले कांग्रेस नेता राहुल गांधी के कदमों को मजबूत करने हेतु उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अपने सभी प्रांतीय अध्यक्षों के नेतृत्व में पूरे उत्तर प्रदेश में प्रादेशिक भारत जोड़ो यात्रा निकाली है।
उपरोक्त बातें पूर्व सांसद राजेश मिश्रा ने मंगलवार को एक प्रेस वार्ता के दौरान कही। पूर्व सांसद ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा पिछले ग्यारह दिसम्बर से लगातार विभिन्न जिलों में निकाली जा रही है। इसी क्रम में आगामी 22 दिसम्बर को प्रयागराज प्रांत की अंतिम यात्रा वाराणसी में आयोजित है। भारत जोड़ो यात्रा को अभूतपूर्व व ऐतिहासिक बनाने के लिए वाराणसी जिला व महानगर कांग्रेस कमेटी तथा वाराणसी के वरिष्ठ कांग्रेसजनों की उपस्थिति में वरिष्ठ कांग्रेस नेता अनिल श्रीवास्तव के सिगरा स्थित आवास पर एक बैठक हुई।
22 दिसंबर को सारनाथ से वाराणसी में शुरू होगी यात्रा
पूर्व सांसद डॉ० राजेश मिश्रा ने कहा कि आगामी 21 दिसम्बर की शाम को गाजीपुर से वाराणसी आ रही यात्रा के अभूतपूर्व स्वागत व पुनः 22 दिसम्बर को सारनाथ से यात्रा के ऐतिहासिक शुरुआत किया जाएगा। जिसमे कार्यकर्ताओं की अभूतपूर्व संख्या होगी। काशी जो कि महात्मा गौतम बुद्ध, महान संत कबीर, अज़ीम शायर नज़ीर बनारसी के साथ ही साथ ही रैदास, उस्ताद बिस्मिल्लाह खां की सरज़मी रही है। जिसके माध्यम से पूरे भारत को एकता का, प्रेम का, सद्भाव का संदेश देंगे।
भारत जोड़ो यात्रा किसी एक दल की नहीं : पूर्व सांसद
पूर्व सांसद ने कहा कि वाराणसी में होने जा रही इस भारत जोड़ो यात्रा पर न सिर्फ बनारस की जनता बल्कि पूरे भारत की नजर होगी। पूरे यात्रा के मार्ग को सुव्यवस्थित कर तिरंगे से सजाया जाएगा। साथ ही यात्रा के मार्ग में आने वाले सभी चौराहों व हमारे महापुरुषों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर उनके प्रति अपनी विनम्र कृतज्ञता अर्पित की जाएगी। पूर्व सासंद डॉ० राजेश मिश्रा ने वाराणसी जिला व महानगर कांग्रेस कमेटी को इस संदर्भ में एक विस्तृत रोड मैप बनाने को कहा। ताकि इस यात्रा में हर वह व्यक्ति शामिल हो सके, जो आज के इस नफ़रती व दम घोटने वाले माहौल से ऊब चुका है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा सिर्फ कांग्रेस की या किसी दल की यात्रा नही है, बल्कि यह हर उस व्यक्ति की यात्रा है जो देश से प्यार करता है। हमें इस यात्रा में उन सभी लोगों को जोड़ना है, जो भारत को बचाना चाहते हैं। इसके बहुभाषी व बहुलतावादी सोच को बचना चाहते हैं। तभी हमारा यह भारत जोड़ो मिशन कामयाब होगा।
फूल, माला व ढोल नगाड़े से पदाधिकारियों का स्वागत
पूरे यात्रा के रुट को निर्धारित करते हुए लगभग 20 से 25 प्वांइट निर्धारित किये गए हैं। इन सभी प्वांइट्स को पदाधिकारियों के निर्देशन में दिया गया है। जहां वे फूल मालाओं व ढोल नगाड़े के साथ अपने समर्थकों के साथ यात्रा का स्वागत करेंगे। बनारस में सारनाथ से यात्रा की शुरुआत व महान संत रैदास की पवित्र जन्मस्थली सीर गोवर्धन में यात्रा के समापन के पीछे हमारा मकसद पूरे देश को एकता, अखंडता, प्रेम, सद्भाव का संदेश देना है। 22 दिसंबर को बनारस में होने वाली भारत जोड़ो यात्रा का आमंत्रण दिल्ली से लगायत उत्तर प्रदेश के शीर्ष कांग्रेस नेताओं को भेजा गया है। अतः इस यात्रा में कई वरिष्ठ केंद्रीय पदाधिकारियों के भी आने की पूरी सम्भावना है।
पत्रकार वार्ता में जिला पूर्व सासंद डॉ० राजेश मिश्रा, वरिष्ठ कांग्रेस नेता सतीश चौबे, अनिल श्रीवास्तव, प्रजानाथ शर्मा, प्रोफेसर सतीश राय, हाजी रईस अहमद, डॉ० अरविंद किशोर राय, जे० पी० तिवारी, अशोक पांडेय, मणीन्द्र मिश्रा, संजीव सिंह, वैभव त्रिपाठी, देवेंद्र प्रताप सिंह, विजय उपाध्याय, जिला प्रवक्ता डॉ० नृपेन्द्र नारायण सिंह समेत कई गणमान्य नेता उपस्थित रहे।