वाराणसी। भेलूपुर (Bhelupur) थाना क्षेत्र में हुए 1.40 करोड़ रुपए की डकैती के मामले में अदालत ने आरोपी जगदीश कुमार पटेल और अनुभव पांडेय उर्फ सागर के खिलाफ कुर्की का आदेश दिया है। सिविल जज (जू. डि.)/ एफटीसी प्रथम शक्ति सिंह की कोर्ट ने विवेचक के अर्जी पर यह आदेश सुनाया। कोर्ट में अभियोजन की ओर से एपीओ मनोज मिश्र और मधुसूदन तिवारी ने पैरवी की।
अदालत में दिए प्रार्थना पत्र में विवेचक की ओर से कहा कि भेलूपुर डकैती कांड (Bhelupur Update) में शामिल आरोपित गांधीनगर गुजरात निवासी जगदीश पटेल और नई बस्ती भिटारी, लोहता निवासी अनुभव पांडे के खिलाफ कोर्ट ने पूर्व में गैर जमानती वारंट और सीआरपीसी की धारा 82 जारी हो चुकी है। पुलिस ने उसके निवास स्थान समेत अन्य संभावित स्थानों पर छापेमारी की, लेकिन वह अब भी फरार है और पुलिस उसका कहीं भी पता नहीं लगा पा रही है।
साथ ही यह भी कहा गया कि आरोपीगण नही कोर्ट में हाजिर हो रहे नही कोई कोर्ट से स्थगन आदेश है। अपनी सम्पतियों को हटाने बढ़ाने की फिराक में लगा हुआ है। ऐसे में उसके खिलाफ धारा 83 के तहत कार्यवाही करने की अनुमति दिए जाने की अदालत से अपील की गई थी। अदालत ने पुलिस के प्रार्थना पत्र पर सुनवाई करते हुए आरोपित जगदीश पटेल और अनुभव पांडे के खिलाफ कुर्की करने का आदेश दिया।
Bhelupur डकैती का यह है पूरा मामला
बता दें कि बैजनत्था क्षेत्र के शंकराचार्य कॉलोनी में बीते 29 मई 2023 को 1 करोड़ 40 लाख की लूट (Bhelupur Update) हुई थी। इस घटना के दो दिन बाद पुलिस ने नाटकीय ढंग से शंकुलधारा पोखरे के पास से एल लावारिस कार के भीतर बोरे में 92 लाख 94 हजार रुपए की बरामदगी दिखाई थी। घटना के बाद 4 जून को पुलिस ने गुजरात के व्यापारी की तहरीर पर 12 अज्ञात लोगों के खिलाफ डकैती का मुकदमा दर्ज किया था।
मामला उच्चाधिकारियों तक पहुंचा। जिसके बाद जांच (Bhelupur Dakaiti) में तत्कालीन इंस्पेक्टर रमाकांत दुबे समेत सात पुलिसकर्मियों की अपराधिक संलिप्तता पाए जाने पर इन्हें तत्कालीन अपर पुलिस आयुक्त (मुख्यालय एवं अपराध) द्वारा बर्खास्त कर दिया। इस मामले में अब तक छ आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
गिरफ्तार सभी आरोपियों (Bhelupur Dakaiti) में से मुख्य आरोपी अजीत मिश्रा की भी गिरफ़्तारी हो चुकी है। जिसने अब तक गायब 47 लाख रुपयों के अपने पास होने की बात कबूली है। लेकिन याददाश्त का बहाना बनाकर उसने पुलिस को अभी तक पैसे बरामद नहीं करा पाए हैं। अब देखना यह मजेदार होगा कि फरार सात पुलिसकर्मियों के पकड़े जाने पर इस कहानी में अब कौन सा नया मोड़ आता है।