वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के स्वतंत्रता भवन में शनिवार को 104वां दीक्षांत समारोह धूमधाम से आयोजित हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रातः 9:30 बजे महामना मदन मोहन मालवीय जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण, दीप प्रज्वलन और विश्वविद्यालय कुलगीत की प्रस्तुति के साथ हुआ।
समारोह में विभिन्न संकायों और संस्थानों से जुड़े 544 छात्रों को पदक और पुरस्कार वितरित किए गए। इनमें से 30 छात्रों को मुख्य अतिथि द्वारा स्वर्ण पदक प्रदान किया गया।
BHU: ज़ेड स्केलर के सीईओ ने किया प्रेरित
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और बीएचयू के पूर्व छात्र, ज़ेड स्केलर के सीईओ जय चौधरी ने अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि कैसे बीएचयू में पढ़ाई ने उनके जीवन को एक नई दिशा दी। हाई स्कूल के बाद आईआईटी जैसी संस्थाओं की जानकारी के अभाव में उन्होंने बीएचयू में प्रवेश लिया, जहां गणित और रसायन विज्ञान के अध्ययन ने उनके कौशल को निखारा और उनकी अंग्रेजी में सुधार किया। उन्होंने कहा कि बीएचयू में मिली शिक्षा ने उन्हें अमेरिका में करियर बनाने का मार्ग दिया। चौधरी ने विद्यार्थियों को सीखने की प्रक्रिया पर जोर देने और डिग्री के साथ-साथ जीवन के मूलभूत पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी।
कुलपति का विचार
कुलपति सुधीर जैन ने समारोह को छात्रों के लिए एक अविस्मरणीय क्षण बताते हुए कहा कि यह न केवल उनकी मेहनत का उत्सव है, बल्कि उनके भविष्य की नई शुरुआत का प्रतीक भी है। उन्होंने इसे छात्रों के जीवन का एक महत्वपूर्ण पड़ाव करार दिया। दीक्षांत समारोह ने छात्रों और उपस्थित जनों को प्रेरणा और उपलब्धियों से भरपूर एक यादगार अनुभव दिया।