Fire Incidents: वाराणसी के नदेसर स्थित पीसीएफ प्लाजा बिल्डिंग में गुरुवार तडके सुबह आग लग गई। जिसमें लाखों का सामान और नगदी जलकर स्वाहा हो गए। बताया जा रहा है कि दमकल को फ़ोन करने के बाद गाड़ी एक घंटे लेट आई, जिसके बाद आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक सब कुछ जलकर राख हो चुका था। घटना की वजह प्रथम दृष्टया शॉट सर्किट बताई जा रही है। अब इस घटना के बाद सवाल उठे रहे हैं कि आखिर इतने बड़े कमर्शियल बिल्डिंग में आग से बचाव के लिए क्या उपाय किए गए थे? जानकारी के मुताबिक, दुकान में रखे अग्निशामक यंत्र महज शोपीस बनकर रह गए थे।

आज हम आपको ऐसी ही पांच बड़ी घटनाओं के बारे में बताएंगे, जब आग के कारण लाखों का नुकसान हुआ और उन घटनाओं के बाद भी विभागीय अधिकारियों की नींद नहीं खुली।
हरिविलास होटल कांड (Fire Incidents)
बीते 5 सितम्बर की रात लक्सा क्षेत्र के चार मंजिला होटल हरिविलास में आग लग गई। इस घटना में भी आग लगने का कारण शॉट सर्किट बताया गया। आग इतनी भयानक थी कि इस घटना में बचकर होटल से बाहर निकले यात्रियों ने बताया कि अंदर रहकर दम घुट रहा था। टूरिस्ट को लगा कि अभी ही मर जाएंगे।
इस दौरान लोग बस दबी जुबान से यही बात कर रहे थे कि आखिर रिहाईशी इलाके में होटल संचालन की परमिशन कैसे मिली और होटल में अग्निशमन विभाग के ओर से आग से बचाव के लिए क्या उपाय किए गए थे? हालांकि इस घटना में किसी भी प्रकार की जान माल की हानि नहीं हुई थी। इस घटना के बाद से अग्निशमन विभाग के ओर से शहर के होटलों की जांच शुरू हो गई थी। आखिर में जांच में नतीजा क्या निकला, यह किसी को पता नहीं चला।

कूलर के गोदाम में आग
22 मई 2023 को मंडुआडीह क्षेत्र के एक कूलर के गोदाम में आग (Fire Incidents) लग गई। जिसमें लाखों के माल का नुकसान हुआ था। इस घटना में भी शॉट सर्किट को ही वजह बताया गया था। हालांकि फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक लाखो का माल स्वाहा हो चुका था।
पेट्रोल पंप के बगल में टायर के गोदाम में आग
23 अप्रैल 2023 को आदमपुर क्षेत्र के भदऊचुंगी स्थित एक टायर के गोदाम में आग (Fire Incidents) लग गई। स्थानीय लोगों ने आग फैलता देख फायर ब्रिगेड को सूचना दी, लेकिन तब तक आग बगल में मौजूद आरा मशीन के परिसर में भी फैल गई थी और वहां रखी लकड़ियां धूं-धूं कर जल रही थीं। आग की विकरालता को देख कर एक-एक कर दमकल की पांच गाड़ियों ने चार घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
आरा मशीन के मालिक ओम यादव ने बताया कि आग लगने के कारण लकड़ियां, मशीनें और फर्नीचर जलकर गए। इसके चलते लाखों रुपये का नुकसान हुआ। आग लगने के कारण टायर गोदाम में खड़ी पिकअप, ई-रिक्शॉ और ट्रॉली भी जल गई। इस टायर के गोदाम के ठीक बगल में पेट्रोल पंप है, फायर ब्रिगेड ने अपना काम ठीक समय पर कर दिया, अन्यथा किसी बड़ी घटना (Fire Incidents) से इंकार नहीं किया जा सकता था।
बिजली कर्मचारी के मकान में आग
16 मार्च 2023 को जैतपुरा थाना क्षेत्र के औसानगंज में बिजली कर्मचारी के दो मंजिला माकन में आग (Fire Incidents) लग गई। इस घटना की मुख्य वजह भी शॉट सर्किट ही बताई गई। मकान में रहने वाले लोग ने किसी तरह अपनी जान बचाकर बाहर निकले, जिसके बाद दमकल की गाड़ियों ने आग पर काबू पाया। हालांकि इस घटना में किसी भी प्रकार के जान-माल की हानि नहीं हुई थी।
अग्निशमन विभाग की ये कैसी लापरवाही?
वाराणसी की इन पांच प्रमुख घटनाओं पर करें, तो इन सभी में घटना (Fire Incidents) की मुख्य वजह शॉट सर्किट ही सामने आई। वहीँ अग्निशमन विभाग इस मामले में चुप्पी साधे रहा। होटल में अग्नि काण्ड हुआ, तो होटलों की जांच में तेजी आई, लेकिन उसका नतीजा क्या निकला, यह किसी को पता नहीं चला।
अब कमर्शियल बिल्डिंग में आग (Fire Incidents) लगी, तो हो सकता है कि शहर में ऐसे बिल्डिंगों की जांच भी होने लगे, क्यों कि यह कहना गलत नहीं होगा कि घटना के बाद ही विभागीय अधिकारियों की नींद खुलती है। इसके साथ ही आग फैलने पर उससे बचाव को लेकर प्रशासन के ओर से अक्सर जागरूकता अभियान भी चलाए जाते हैं, जो कि इस घटना के बाद से प्रशासन की लापरवाही पर प्रश्नचिन्ह लगा रहे हैं।
क्यों होता है शॉट सर्किट (Fire Incidents)?
बात शॉट सर्किट की करें, तो अधिकतर केसेज में जब बिजली के उपकरणों पर ज्यादा लोड दे दिया जाता है, तो ऐसी अवस्था में शॉट सर्किट होना तय है। आसान शब्दों में किसी उपकरण में लिखे करेंट से ज्यादा सप्लाई होने पर शॉर्ट सर्किट हो सकता है। शॉर्ट सर्किट के दौरान बिजली की तारों में आग (Fire Incidents) लग जाती है।

हालांकि तारों को उपकरणों में लिखे हुए पावर सप्लाई के आंकड़ों से ज्यादा ही मजबूत बनाया जाता है, मगर 1 एम्पियर की बढ़त के बाद तारों का रेसिस्टेंस काम नहीं करता। जब तारों में लगातार ज्यादा करेंट दौड़ता है, तारें गर्म पड़ जाती हैं और उनसे चिंगारी निकलने लगती है। समय पर ध्यान न दिया जाए तो ये भयावह आग का रूप ले लेती है।
Highlights
बिजली के खंभों से जाने वाली तारें एक-दूसरे से चिपकें नहीं इसके लिए उनके बीच कुछ गैप रखा जाता है लेकिन तेज हवा या तूफान की वजह से ये तारें टूटकर नीचे गिर जाती हैं और इनसे चिंगारी निकलने लगती है। जो कि देखते ही देखते एक आग का रूप ले लेती है।
शॉर्ट सर्किट से कैसे बचें?
कई बार लोग इलेक्ट्रिक उपकरणों की तारों को प्लग के बिना ही स्विच बोर्ड पर लगा देते हैं, ऐसे में बोर्ड में अगर नमी हो तो भी शॉर्ट सर्किट के चांस बढ़ जाते हैं। वहीं प्लग में कोई कचरा या कीड़ा अटक जाए तो भी यही हाल होता है। ऐसी स्थिति को परखें और बचें। अमूमन घर अथवा दुकान की नॉर्मल वायरिंग पर बड़ी मशीनें चलाने पर भी शॉर्ट सर्किट हो जाता है, क्योंकि इन्हें कम पावर वाले उपकरणों के लिए डिजाइन किया जाता है। इसलिए ऐसा करने से बचें।