Varanasi: सोशल मीडिया पर गलत वीडियो शेयर करने और जातिगत टिप्पणी करने के मामले में सपा नेता लौटन राम निषाद समेत दो लोगों पर केस दर्ज किया गया है। आदमपुर और दशाश्वमेध थाने में पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर वीडियो पोस्ट कर जातिगत टिप्पणी करने के आरोप में सपा नेता लौटन राम निषाद और एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया है। दोनों पर आरोप है कि उन्होंने मध्य प्रदेश के खरगौन जिले का एक वीडियो काशी का बताकर शेयर किया और उस पर भड़काऊ जातिगत टिप्पणियां कीं। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल के निर्देश पर यह मामला दर्ज किया गया है।
Varanasi: सपा नेता की पोस्ट से मचा हड़कंप
समाजवादी पार्टी के नेता लौटन राम निषाद ने दोपहर 3:28 बजे अपने X अकाउंट से 56 सेकेंड का एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें कुछ युवक तीन लोगों की बेरहमी से पिटाई कर रहे थे। इस पोस्ट में निषाद ने लिखा था, “जब आप अपना मंदिर छोड़कर दूसरे के मंदिर में जाएंगे, तो नंगे करके पीटे जाएंगे,” साथ ही कुछ जातिसूचक बातें भी जोड़ी थीं। इस पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर हड़कंप मच गया।
चार लाख से ज्यादा लोगों ने देखा वीडियो
यह वीडियो X पर तेजी से वायरल हुआ और अब तक चार लाख से अधिक लोगों ने इसे देख लिया है। कई लोगों ने इस पोस्ट पर आपत्ति जताते हुए शिकायत की कि यह वीडियो मध्य प्रदेश के नर्मदा नदी के तट का है, जहां कुछ लोग स्नान के दौरान अनुचित हरकतें कर रहे थे, जिसके कारण उनकी पिटाई हुई। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इस मामले में संज्ञान लिया।
दूसरे यूजर पर भी कार्रवाई
इस वीडियो को एक अन्य यूजर ‘वॉयस ऑफ ह्यूमन्स’ ने भी पोस्ट किया था, जिसके खिलाफ भी पुलिस ने मामला दर्ज किया है। दशाश्वमेध और आदमपुर थाने में इन दोनों व्यक्तियों के खिलाफ अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं।
आईटी एक्ट और एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज
डीसीपी काशी, गौरव बंसवाल ने बताया कि वीडियो मध्य प्रदेश के खरगौन जिले का है और इसे बिना सत्यापन के वाराणसी से जोड़कर पोस्ट किया गया, जिससे अफवाह फैलाने और माहौल खराब करने की कोशिश की गई। इसी आधार पर दोनों यूजर्स के खिलाफ आईटी एक्ट और एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।