Chandrayan-3 Update: चंद्रयान-3 की की सफल लैंडिंग व इसरो वैज्ञानिकों की सफलता की कामना करते हुए वाराणसी के मृत्युंजय महादेव मंदिर में हवन पूजन किया गया। राष्ट्रीय हिन्दू दल के ओर से हाथों में चंद्रयान-3 की तस्वीरें व तिरंगा लेकर पूजन किया गया।
राष्ट्रीय हिन्दू दल के अध्यक्ष रोशन पाण्डेय ने इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज पूरी दुनिया ने भारत की ताकत को देखा है। इसके लिए देश के प्रधानमंत्री और इसरो वैज्ञानिकों को बधाई देता हूं। रोशन पाण्डेय ने कहा कि आज जब पूरी दुनिया चंद्रमा पर जल और वायु ढूंढ रही है। जब कहीं विज्ञान नहीं था, तब हमारे सनातन धर्म में लाखों वर्षों से चंद्रमा को जलतत्व का कारक ग्रह और सनातन धर्म में वर्णित नवग्रह में से एक प्रत्यक्ष देवता माना गया है।

Chandrayan-3 Update: प्रकृतिपूजक हैं सनातनी
प्राचीन वैदिक काल से ही प्रकृति एवं परमात्मा के प्रतीक के रूप में जिन देवताओं की पूजा की जाती है, उनमें सूर्य, अग्नि, वरुण, वायु, पृथ्वी, इन्द्र एवं चन्द्रमा प्रमुख हैं। सौम्य एवं शीतल होने के कारण चन्द्रमा को सोम कहते हैं। सोमनाथ मंदिर का स्थापना करने वाले सोम ही हैं। दक्ष प्रजापति को श्राप से मुक्ति मिली, इसलिए हम आज हवन पूजन के माध्यम से चंद्रमा को प्रसन्न करने एवं इसरो की सफलता के लिए यज्ञ किया।

इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष बबलू अग्रहरि ने कहा कि चंद्रमा (Chandrayan-3 Update) को हमारे भोलेनाथ अपने शीश पर धारण करते हैं। वे ही हमें सफलता देंगे। इसलिए हमलोग उनकी शरण में आए हैं, भारत के लिए यह गर्व की बात है। आज पूरी दुनिया में भारत की डंका बज रही है। प्रदेश महासचिव जेपी राय ने कहा कि आज पूरी दुनिया में हम भारतीयो को गर्व महसूस हो रहा है। इसके लिए माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और इसरो के वैज्ञानिकों को हमलोग धन्यवाद अर्पित करते हैं।
हवन पूजन के दौरान सभी लोग हाथों में चंद्रयान-3 (Chandrayan-3 Update) की तस्वीरें लिए हुए थे। जिसमें ‘हम नहीं है किसी से कम, दुनिया ने देखा भारत का दम’ जैसे कई स्लोगन लिखे थे। इस दौरान हर हर महादेव, भारत माता की जय और वंदे मातरम् का भी उद्घोष किया गया।