Chaubepur: प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में अधिवक्ता राजा आनंद ज्योति की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत ने कई सवाल खड़ा कर दिया है। वही परिजनों ने इसे सोची-समझी जहर देकर की गई हत्या करार दिया है। उनका कहना है कि मामला कफ सिरप से जुड़े बड़े नेटवर्क से जुड़ा है, जिसमें कई प्रभावशाली लोगों की संलिप्तता की आशंका है।


परिवार का आरोप है कि बिसरा 30 तारीख को मिलने के बाद भी पुलिस ने उसे लगभग नौ दिन तक प्रयोगशाला नहीं भेजा, जिससे जांच की निष्पक्षता पर गंभीर संदेह खड़ा हो गया है। वही इसके पहले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय दिवंगत अधिवक्ता राजा आनंद ज्योति के घर (Chaubepur) पहुंच कर अधिवक्ता के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित कर परिवार को ढांढस बधाया, एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने सरकार और पुलिस पर सीधा हमला बोलते हुए कहा की दिवंगत अधिवक्ता राजा आनंद ज्योति सिंह के परिवार को एक साल से प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में ही न्याय नहीं मिल रहा, यह सरकार की कानून-व्यवस्था पर बड़ा सवाल है।


Chaubepur: हाईकोर्ट के सीटिंग जज से कराई जाए जांच- अजय राय
उन्होंने कहा कफ सिरप और सेक्स रैकेट मामलों में भाजपा नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं। इस मामले में भी उच्चस्तरीय लोगों की भूमिका संदेहास्पद है। इसमें संलिप्त लोगों पर 302 के तहत मुकदमा दर्ज कर तुरंत गिरफ्तारी की जाए और जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज से कराई जाए। पुलिस (Chaubepur) जांच पर भरोसा नहीं किया जा सकता।अजय राय ने यह भी आरोप लगाया कि बिसरा रिपोर्ट को रोके रखने से साफ पता चलता है कि मामला दबाने की कोशिश की जा रही है और प्रशासनिक स्तर पर गंभीर लापरवाही या मिलीभगत है।

उन्होंने आश्वासन दिया कि कांग्रेस पार्टी पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है और न्याय दिलाने के लिए हर स्तर पर संघर्ष करेगी।यह अत्यंत दुखद और निंदनीय घटना है। एक पूरा परिवार (Chaubepur) तबाह हो गया नन्हें बच्चे, पत्नी भारती सिंग भाई गिरजेश सिंह वृद्ध पिता उमेश सिंह और माता उनकी बेसहारा हो गई हैं।
इस दौरान उनके साथ कांग्रेस महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे शिवपुर विधानसभा अध्यक्ष अशोक सिंह बबलू चौबे के साथ कांग्रेस के दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे।

