Chhath Pooja: भगवान भास्कर को अर्घ्य देकर सोमवार को छठ का पंच दिवसीय महापर्व समाप्त हुआ। नहाय खाय से शुरू हुए पावन पर्व का सोमवार को उगते सूरज को अर्घ्य देकर पारण हुआ। जिसके बाद व्रती महिलाओं ने अपना व्रत तोड़ा।
काशी में गंगा घाटों पर भोर से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। भीड़ इतनी कि घाटों पर पांव रखने तक की भी जग नहीं रही। यह हाल किसी एक घाट का नहीं, बल्कि काशी के सभी घाटों का रहा। अधिकतर लोगों ने पहले से ही अपने जगहों को बुक कर लिया था। इससे पूर्व रविवार की शाम को महिलाओं ने डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया।

Chhath Pooja: मां सीता ने शुरू किया था यह व्रत
मान्यता है कि छठ का व्रत सर्वप्रथम त्रेतायुग में मां सीता ने किया था। इसके बाद द्वापर में पांडवों ने इस व्रत को कर अपना जीवन सार्थक किया था।

