18 मंडल में 1440 बच्चो को दिया गया एडमिशन किट
57 जिलों में खुलेगा आवासीय विद्यालय:मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
भवन पर पेड़ उगने से बिल्डिंग खंडहर हो जाती है
आदमी न बड़ा होता है न छोटा होता है
छात्रों को लाइब्रेरी की ओर प्रेरित करना चाहिए
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 18 मंडल के अटल आवासीय विद्यालय के छात्रों को शुक्रवार को एडमिशन किट बांटा। इनमें वह बच्चे थे। जिनके अभिभावकों की कोरोना के दौरान मौत हो गई थी। सीएम ने बच्चों से परिजनों के बारे में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल आवासीय विद्यालय पहले चरण मे 18 कमिश्नरी में शुरू हो रहा है।
कोरोना काल मे जिन बच्चों ने अभिभावक को खोया है। उनके लिए बाल सेवा योजना शुरू की। उन्हें भी इसमें प्रवेश दिया जाएगा।

अटल आवासीय विद्यालयों में एडमिशन सेशन के दौरान 1440 बच्चों को एडमिशन किट दिया गया। कुल 80 स्टूडेंट्स को एडमिशन देने के लिए हर स्कूल में दो सेक्शन होंगे। इस विद्यालय का मकसद वंचित और गरीब बच्चों को उनके समग्र विकास के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना। जिससे की बोर्डिंग स्कूलों में बेहतर शिक्षा दी जा सके, ताकि उनका भविष्य मजबूत हो।
सीएम ने कहा कि अटल कहा करते थे, आदमी न बड़ा होता है न छोटा होता है, आदमी सिर्फ आदमी होता है। श्रमिक राष्ट्र का निमार्ता है, अपनी मेहनत पसीने से राष्ट्र के निर्माण मे सहयोग देता है, लेकिन उसकी जिंदगी खाना बदोश होती है।

आज यहां कल कही और होगा। उसके पीछे उसके बच्चे भी ऐसे ही सफर करते है। उनके बच्चों के लिए ये 18 मंडल के अटल आवासीय विद्यालय केअटल आवासीय विद्यालय होगा।
सीएम ने कहा कि बिल्डिंग बहुत भव्य बनी हो, लेकिन उसकी देख-रेख,रख रखाव के लिए जिम्मेदारी होनी चाहिए। भवनों पर पेड़ उग आते है। ऐसे ही भवन खंडहर हो जाते है। आप अच्छा करेंगे तो लोगो के सामने उदाहरण स्थापित होगा। शैक्षिक कैलेंडर वर्ष के पहले जारी हो जाना चाहिए।
18 मंडल के अटल आवासीय विद्यालय को एडमिशन देने के लिए हर स्कूल में दो सेक्शन होंगे। इस विद्यालय का मकसद वंचित और गरीब बच्चों को उनके समग्र विकास के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना। जिससे की बोर्डिंग स्कूलों में बेहतर शिक्षा दी जा सके, ताकि उनका भविष्य मजबूत हो।

उन्होंने कहा कि विद्यालय से निकला छात्र 6 साल बाद जब बाहर निकलेगा। वह एक स्ववलंबी आत्मनिर्भर होकर निकले। यही लक्ष्य है। बच्चों को परंपरा के बारे में बताइए कोई भी धार्मिक और आध्यात्मिक आयोजन से पहले प्रधानाचार्य या फिर कोई शिक्षक 5 से 10 मिनट का एक भाषण तैयार करके व्यावहारिक चीज बच्चों को बताएं 15 अगस्त के दिन प्रोग्राम क्यों होता है यह बच्चों को बताएं। दीपावली पर पठान-पाठन का कार्य बंद रहेगा। लेकिन उसके पूर्व संध्या के बारे में बताया जाए।