China Lights: दीपोत्सव के उत्साह में शहर मगन है। काशी भी रोशनी पर्व पर जगमगाने को तैयार है। हर बनारसी अपने घर, प्रतिष्ठान, शोरूम एवं कारखाना ही नहीं मंदिरों को भी रोशनी से चकाचौध करने को आतुर है। इसके लिए रोशनी बाजार में चहल-पहल के साथ खरीदारी भी शुरू हो गयी है। निर्माताओं ने लोगों के मनोभाव को ताड़कर विविध प्रकार के उत्पाद बाजार में उतारे हैं। बाजार में खूबसूरत डिजाइनर [China Lights] झालरें हैं, वह भी किफायती दाम पर। रोशनी बाजार में देशी उत्पाद कहीं-कहीं दिखायी पड़ते हैं, जबकि चाइना का दबदबा नजर आता है। लोग अपने-अपने पसंद का उत्पाद खरीद रहे हैं। इसके बीच फैंसी और पाइप वाली झालरों का जबर्दस्त क्रेज है।
दीपोत्सव पर जगमगाने वाले रंग-बिरंगें बल्बों [China Lights] से बाजार सज गये हैं। थोक बाजार राजादरवाजा हो या फिर बड़ी-छोटी पियरी, कोदई चौकी। इसके अलावा शहर के विभिन्न इलाकों में खुली अस्थायी दुकानों की बात हो। हर जगह एक से बढ़कर एक आकर्षक झालर बिकने लगे हैं। बिजली झालरों के बीच रोप लाइट्स भी डिमांड में हैं। इसे पाइप वाला झालर भी कहते हैं। रोप लाइट्स पानी की पारदर्शी पाइप की तरह होती है। करंट देने पर पाइप के अंदर खूबसूरत रंग-बिरंगें बल्ब जलने लगते हैं।

पाइप वाली बिजली झालर [China Lights] लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है। जिनके पास बिजली झालरें हैं, वह इस बार केवल पाइप वाली झालर [China Lights] यानी ‘रोप लाइट्स’ ही खरीद रहे हैं। कीमत के अनुसार रोप लाइट्स के बल्व व कंडेसर आदि की गुणवत्ता कम ज्यादा होती है। रोप लाइट से शुभ दीपावली, शुभ-लाभ, श्री गणेशाय नम:, ओम आदि लिखा स्टैंड भी बिक रहा है।
बाजार में अलग-अलग खासियत वाली झालर की फैंसी लड़ियां भी बिक रही है। एक लड़ी से ही खिड़की और बॉलकनी की चमक देखने लायक होगी। फूल वाली, लीची वाली, बेर वाली, लैंप वाली, अंगूर वाली आदि कई तरह की झालरें बाजार में उपलब्ध है। इसके अलावा 100, 250 एवं 500 चाइनीज बल्वों वाले झालरों की डिमांड भी खूब निकल रही है।
Highlights
China Lights: मन मोहती रंगीली-चमकीली रोशनी
बाजार में 60 रुपये से 1000 रुपये के बीच अलग-अलग खासियत वाली झालर की लड़ियां बिक रही है। एक लड़ी से ही खिड़की और बॉलकनी की चमक देखने लायक होगी। फूल वाली, लीची वाी, बेर वाली, लैंप वाली आदि कई तरह की झालरें बाजार में उपलब्ध है। विके्रताओं की माने तो इसकी बिक्री भी अच्छी निकल रही है।
रोशनी बाजार में ‘टॉयर झालर’ भी
मकानों के बाहरी हिस्से को रोशन करने वाली चाइनीज झालरों [China Lights] में सबसे महंगी ‘टॉयर झालर’ है। स्कूटर के टॉयर की तरह इस झालर में रंगीन बल्व लगे हैं। मल्टी चेरी झालर में सात कलर है। जबकि ‘टमाटर झालर’ टमाटर की तरह लाल है। ‘मकड़ी के जाल’ झालर भी एकदम मकड़ी के जाल की तरह है। हर झालर में 50 से 100 रंगीन बल्व लगे हैं।
चटाई झालर, चेरी झालर, राइस झालर, काजू झालर, गेंदा झालर, रेडरोज झालर, म्यूजिकल झालर, सिल्क झालर, प्लास्टिक कैप झालर आदि आकर्षित करने में कामयाब है। म्यूजिकल झालरों में रोशनी के साथ-साथ संगीत का भी आनंद है। हालांकि इसकी डिमांड कम है। पट्टा झालर महंगें होने से इसके खरीदार इक्का-दुक्का ही आ रहे हैं।
इलेक्ट्रिक दीयों का अलग अंदाज
रोशनी बाजार में इलेक्ट्रिक दीयों की लंबी-चौड़ी रेंज है। सुनहरे रंग में एक खास प्लास्टिक से तैयार दीयों को बिजली से रोशन किया जाता है। इन दीयों में बाती की जगह छोटे-छोटे बल्व लगे हैं। करंट दौड़ते ही ऐसा लगता है कि बहुत सारे दीये एक साथ जला दिये गये हों। कुछ दीपमालाएं ऐसी है, जो जलने के साथ घूमती भी है।
झालरों के बीच बरकरार है दीयों की डिमांड
झालरों के बीच परम्परागत मिट्टी दीयों की डिमांड भी है। देवी-देवताओं के चौखट पर दीप जलाने की बात हो या फिर मकान के दरवाजों आदि भी। गृहिणियां मिट्टी के दीये ही इस्तेमाल करती है। परम्परागत के अलावा डिजाइनर दियों की बाजार में बहार है। बाजार में ये दीये 80 से 100 रुपये प्रति सैकड़ा है।
