Chitrakoot: उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने एक बड़े साइबर अपराध सिंडिकेट का पर्दाफाश करते हुए चित्रकूट जिले से संगठित गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह टेलीकॉम कंपनियों के अधिकारियों से मिलीभगत कर फर्जी तरीके से हजारों सिम कार्ड सक्रिय कर साइबर ठगों को बेचता था।
गिरफ्तार आरोपियों में ओमप्रकाश अग्रहरि, शिवदयाल निषाद, राहुल पांडे, जितेंद्र कुमार, शिवबाबू और सुरेंद्र सिंह शामिल हैं। इनके पास से कई टेलीकॉम कंपनियों के सिम कार्ड, बायोमेट्रिक स्कैनर और नकदी भी बरामद की गई है।
2006 में शुरू हुई धोखाधड़ी की पटकथा
मुख्य आरोपी ओमप्रकाश अग्रहरि ने वर्ष 2006 में “अग्रहरि कम्युनिकेशन” नाम से एक फर्म बनाई और हच कंपनी से डिस्ट्रीब्यूटरशिप हासिल की थी। वर्ष 2009 से 2014 तक शिवदयाल निषाद (Chitrakoot) इसी फर्म में डायरेक्ट सेल्स एग्जिक्यूटिव (DSE) के रूप में कार्यरत रहा।
Chitrakoot: 10,000 से ज्यादा फर्जी सिम कार्ड जारी
एसटीएफ की पूछताछ में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि इस गिरोह ने बीते दो-तीन वर्षों में 10,000 से अधिक सिम कार्ड अनधिकृत तरीके से एक्टिवेट किए और इन्हें विभिन्न साइबर अपराधी गिरोहों को बेचा।
अभियुक्तों से मिली जानकारी के आधार पर एसटीएफ अब गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश में जुट गई है। बरामद इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का जल्द ही फॉरेंसिक परीक्षण (Chitrakoot) भी कराया जाएगा, ताकि इस साइबर ठगी के नेटवर्क की जड़ तक पहुंचा जा सके।