Cholapur Murder Case: प्रेमिका से मिलने पहुंचे प्रेमी को जिंदा जला देने की घटना के पांच दिन बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी अभी तक नहीं हो सकी है। जबकि इस मामले में मृतक के परिवार द्वारा 3 जनवरी को चोलापुर वाराणसी थाने में प्रेमिका सहित घर वालों पर मुकदमा दर्ज करा दिया गया था। मृतक युवक के अधजले शरीर का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था। घटना के इतने दिन बाद भी पुलिस द्वारा आरोपियों का न पकड़ा जाना पुलिस पर सवालिया निशान खड़ा कर रहा है।
बता दे कि चंदवक थाना अंतर्गत पतरही कोपा गांव का निवासी शुभम सेठ (26 वर्ष) का वाराणसी के चोलापुर थाना क्षेत्र के टिसौरा (बेनीकला) गांव की युवती रीतिका से उसका प्रेम सम्बन्ध हो गया। पिछले 7 वर्षों से दोनों एक दूसरे को जानते थे जिसकी भनक दोनों परिवारों को थी। मृतक के परिजनों के अनुसार शुभम नववर्ष नववर्ष के दिन शादी की बातचीत करने वाराणसी के टिसौरा (बेनीकला) गांव में गया हुआ था। जिसके बाद जलने की खबर मिली।
आनन-फानन में वाराणसी अस्पताल जाकर देखा गया तो शुभम अधजले अवस्था में चिल्ला रहा था। जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। हालांकि पुलिस मृतक के मां के तहरीर के आधार पर प्रेमिका सहित अन्य लोगों पर मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है। मृतक युवक का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। जिसमें साफ तौर पर सुना जा सकता है कि किसने उसे जलाया है।
वीडियो में बाकायदा प्रेमिका व उसके पिता के साथ अन्य लोगों का नाम चीख-चीख कर बता रहा है। बावजूद इसके बाद भी आरोपी पुलिस के पकड़ से दूर हैं। परिजनों का आरोप है कि पुलिस चाहती तो उसी समय आरोपियों को पकड़ सकती थी मगर आरोपियों को भागने का मौका पुलिस ने ही दिया है।

न्याय नही मिला तो चोलापुर थाने में कर लूंगी आत्महत्या : किरन देवी
मृतक शुभम सेठ की मां किरन देवी का आरोप है कि चोलापुर पुलिस ने आरोपियों पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है। बेटे ने दम तोड़ा तो आरोपियों के खिलाफ मुकदमा हुआ। उन्होंने कहा कि चटना हुए पांच दिन बीत गये हैं मगर अभी तक किसी भी आरोपी को पुलिस पकड़ने में नाकाम है। योगी राज में अगर मुझे न्याय नहीं मिला और तीन दिन के अंदर पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार नही करती है तो चोलापुर थाने में पहुंचकर में खुद आत्महत्या कर लूंगी।
Cholapur Murder Case: परिजन अधजले युवक को लेकर भटकते रहे इधर से उधर
मृतक के भाई शनिदेव ने बताया कि भाई के जलने की सूचना मिली। हम लोग मौके पर पहुंचे तो चोलापुर स्वास्थ्य केंद्र से कबीरचौरा रेफर कर दिया गया था। कबीरचौरा पहुंच कर देखा गया तो भाई जले अवस्था में मिला और अधिकारियों के सामने अपना बयान दे रहा था। भाई का उपचार न होता देख हम लोग बीएचयू ट्रामा सेंटर ले गए तो वहां बताया गया कि बेड खाली नहीं है। उसके बाद शिवपुर के नोवा अस्पताल ले गए। वहां दो दिनों तक इलाज चला और तीसरे दिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि पुलिस के सामने भाई के बयान पर भी पुलिस आरोपी को अब तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है।
Highlights
आरोपियों को सजा मिलने के साथ ही घर पर चलना चाहिए बुलडोजर: आरती सेठ
मृतक की बहन आरती सेठ और रानी सेठ ने बताया कि रीतिका के साथ मेरे भाई का संबंध कई वर्षों से चल रहा था। जब मेरी मां घर पर नहीं रहती थी। तब रितिका घर पर आती थी और खाना भी बनाती थी। मेरी मां के आने से पहले ही घर से चली जाती थी। जब मेरे भाई का सारा पैसा खत्म कर दिया तो किसी और के साथ प्यार करने लगी। पिछले माह से मेरे भाई से बात नहीं करती थी।
मेरे भाई को नव वर्ष पर बुलाकर भाई को कुर्सी से बांधकर उसके ऊपर पेट्रोल डालकर जलाकर फरार हो गई। हम लोगों को न्याय चाहिए। रीतिका समेत अन्य लोगों की गिरफ्तारी होनी चाहिए। साथ ही उनके घर पर बुलडोजर चलना चाहिए।