दो दिवसीय दौरे पर सोमवार kii शाम वाराणसी पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने काशी के सुप्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पंडित छन्नूलाल मिश्रा के निवास पर पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने सिद्धगिरी बाग स्थित आवास पर दिवंगत कलाकार के परिजनों और बेटी प्रोफेसर नम्रता मिश्रा से मुलाकात कर संवेदना व्यक्त की और ढांढस बंधाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि “हम सभी को शास्त्रीय संगीत के धरोहर, पंडित छन्नूलाल मिश्र जी के जाने का गहरा दुःख है। उन्होंने भारतीय शास्त्रीय संगीत को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया और अपनी अद्भुत गायन परंपरा से काशी का नाम विश्व पटल पर स्थापित किया।”
सेवाओं और योगदान को हमेशा याद रखेगा देश- CM Yogi
सीएम योगी (CM Yogi) ने बताया कि आजमगढ़ के छोटे से गांव हरिहरपुर से अपनी संगीत यात्रा आरंभ करने वाले पंडित जी ने काशी को अपनी कर्मभूमि बनाकर भारतीय संगीत परंपरा में अमिट छाप छोड़ी। उन्होंने कहा कि “उनकी सेवाओं और योगदान को भारत सरकार ने पद्म सम्मान देकर नमन किया था, लेकिन पंडित जी का असली सम्मान उनके सुरों से जुड़े हर भारतीय के दिल में है।”
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पंडित छन्नूलाल मिश्रा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया था। “काशी आने पर मैंने परिवार के सदस्यों से मुलाकात कर प्रधानमंत्री जी की संवेदना भी उन तक पहुंचाई है,” सीएम ने कहा।
पंडित जी को अपने श्रीचरणों में स्थान दें प्रभु
उन्होंने आगे कहा कि “बाबा विश्वनाथ और मां गंगा से यही प्रार्थना है कि वे पंडित जी को अपने श्रीचरणों में स्थान दें। भारतीय संगीत जगत के लिए उनका योगदान युगों तक याद रखा जाएगा।”
पंडित छन्नूलाल मिश्रा का निधन कुछ दिनों पूर्व लंबी बीमारी के बाद मिर्जापुर में हुआ था। उनके निधन से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) सहित अनेक संगीतप्रेमियों और शिष्यों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की थी।
काशी के इस दिग्गज शास्त्रीय गायक ने ठुमरी, दादरा, चौती, कजरी और भजन के माध्यम से न केवल शास्त्रीय संगीत को जनमानस तक पहुंचाया, बल्कि भारतीय परंपरा और भक्ति को अपनी गायकी में जीवंत कर दिया। आज भी उनके सुर काशी की गलियों से लेकर संगीत सभाओं तक गूंजते हैं—एक ऐसे कलाकार के रूप में जिन्होंने सुरों को साधना बना दिया और संगीत को अध्यात्म का रूप दे दिया।