Bahraich: उत्तर प्रदेश के बहराइच में हुई हिंसा के बाद पूरे इलाके में सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी गई है। जगह-जगह बैरिकेडिंग लगाकर पुलिस चेकिंग कर रही है, और प्रभावित क्षेत्रों में केवल आधार कार्ड दिखाने पर ही प्रवेश दिया जा रहा है। दूसरे दिन भी इंटरनेट सेवाएं बंद हैं। दो दिनों तक चली आगजनी और हिंसा के बाद इलाके के अधिकांश घरों में केवल महिलाएं ही रह गई हैं, जबकि पुरुष या तो भाग चुके हैं या कहीं छिपे हुए हैं।
हिंसा में मारे गए राम गोपाल के परिवार के सदस्य आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करेंगे। सरकार ने पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। सोमवार शाम को पीएसी के साथ आरएएफ की टीम भी मौके पर पहुंची। पुलिस का प्राथमिक ध्यान फिलहाल शांति व्यवस्था बनाए रखने पर है, और आगजनी में शामिल लोगों की पहचान वीडियो फुटेज के आधार पर शुरू कर दी गई है। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारी बहराइच में तैनात हैं और स्थिति पर कड़ी नजर रख रहे हैं।
Bahraich: हिंसा की रिपोर्ट ले रहे मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हालात बिगड़ने पर जिले के वरिष्ठ अधिकारियों को बहराइच भेजा है। शुरुआती जांच में पता चला है कि स्थानीय प्रशासन और पुलिस समय पर स्थिति का सही अंदाजा नहीं लगा पाई, जिससे मामला इतना गंभीर हो गया। खुफिया विभाग की भी बड़ी चूक सामने आई है। इसके बाद मुख्यमंत्री ने शासन और पुलिस के उच्च अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। संभावना है कि मामले के शांत होने के बाद कुछ अधिकारियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा सकते हैं।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने बहराइच हिंसा पर कहा कि ऐसी घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं और दोषियों को सख्त सजा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने मामले का संज्ञान लिया है और आरोपियों के साथ उनके सहयोगियों को भी बख्शा नहीं जाएगा।
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