Varanasi: सर्दियों की दस्तक के साथ ही वाराणसी में सर्दी-जुकाम और मौसमी बीमारियों के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं। बच्चों और बुजुर्गों में इस मौसम का प्रभाव ज्यादा दिखाई दे रहा है। ठंड बढ़ने के साथ ही अस्पतालों की ओपीडी में मरीजों की भीड़ उमड़ रही है। अधिकांश लोग सर्दी, खांसी, गले में खराश और बुखार जैसी समस्याओं को लेकर डॉक्टरों के पास पहुंच रहे हैं।
ठंड और स्वास्थ्य पर असर
हवा में बढ़ती नमी और गिरते तापमान के कारण वाराणसी में मौसमी बीमारियों की दर बढ़ रही है। वाराणसी के मंडलीय और जिला अस्पतालों में ओपीडी में मरीजों की लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं। डॉक्टरों के मुताबिक, ठंड के कारण गले की खराश और वायरल इन्फेक्शन जैसी समस्याएं आम हो गई हैं।
बच्चों में बढ़ी समस्या
सर्दी-जुकाम का सबसे ज्यादा असर बच्चों पर पड़ा है। उनके कमजोर इम्यून सिस्टम के कारण वायरल संक्रमण और ब्रोन्काइटिस जैसी समस्याएं तेजी से फैल रही हैं। अस्पतालों में बच्चों के इलाज के लिए अलग से व्यवस्था की जा रही है। कई बच्चों में सर्दी-जुकाम के अलावा अस्थमा और निमोनिया जैसे गंभीर लक्षण भी सामने आ रहे हैं।
Varanasi: ओपीडी में भीड़ और समस्याएं
वाराणसी के अस्पतालों में ओपीडी में रोजाना 100-150 मरीज पहुंच रहे हैं, जबकि सामान्य दिनों में यह संख्या 50-60 के आसपास होती थी। डॉक्टर सुबह से देर शाम तक मरीजों का इलाज कर रहे हैं। खासतौर पर छोटे बच्चों और बुजुर्गों की समस्याओं पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह
डॉक्टरों का कहना है कि ठंड के मौसम में बच्चों और बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।
- इम्यूनिटी बढ़ाएं:
- संतुलित आहार में विटामिन सी युक्त फल जैसे संतरा और आंवला शामिल करें।
- गुनगुने पानी का नियमित सेवन करें।
- बच्चों को हल्की एक्सरसाइज कराएं।
- गर्म कपड़े पहनाएं:
- टोपी, दस्ताने और मोजे के साथ शरीर को पूरी तरह ढककर रखें।
- ठंडी हवा से बचने के लिए गले और कानों को ढकें।
- हाइजीन का ध्यान रखें:
- बच्चों को हाथ धोने की आदत डालें।
- भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें।
- घर को वेंटिलेटेड और साफ रखें।
घरेलू उपचार के उपाय
- गले की खराश और खांसी में अदरक, तुलसी और शहद का मिश्रण फायदेमंद है।
- हल्दी वाला दूध और सूप बच्चों को ठंड से बचाने में मदद करता है।
- गरारे करने और गुनगुने पानी से नहलाने से भी राहत मिलती है।
Highlights
सावधानियां और सतर्कता
बच्चों और बुजुर्गों को इस मौसम में खास ध्यान देने की जरूरत है। अगर सर्दी-जुकाम या बुखार के लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। ठंड के मौसम में सुरक्षा उपाय अपनाकर और इम्यूनिटी बढ़ाकर ही स्वस्थ रह सकते हैं।