Varanasi: मंडुवाडीह के ककरमत्ता क्षेत्र में बनारस रेल कारखाना (बरेका) के प्रवेश मार्ग को बंद करने के विरोध में कांग्रेस ने बुधवार को कचहरी में जोरदार प्रदर्शन किया। कांग्रेस नेताओं ने सैकड़ों ग्रामीणों के साथ प्रशासन, रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बरेका प्रशासन पर ग्रामीणों के साथ अन्याय करने का आरोप लगाते हुए चहारदीवारी बनाकर रास्ता बंद करने का कड़ा विरोध किया। इस संबंध में कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने संयुक्त पुलिस कमिश्नर से मुलाकात कर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा और पूरे मामले की जांच की मांग की।
Varanasi: बुलडोजर से रास्ता बंद, विरोध में उतरे ग्रामीण
कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि बरेका प्रशासन ने 2 मार्च को उत्तरी ककरमत्ता के उस रास्ते को पूरी तरह से बंद कर दिया, जिसका उपयोग ग्रामीण बरेका परिसर में आने-जाने के लिए करते थे। रास्ते को रोकने के लिए बुलडोजर से 15 फीट गहरा गड्ढा खोद दिया गया और चहारदीवारी बनानी शुरू कर दी गई।
जब ग्रामीणों ने इसका विरोध किया तो पुलिस और आरपीएफ से उनकी झड़प हो गई। कांग्रेस नेताओं का दावा है कि आरपीएफ ने गांव में घुसकर लाठीचार्ज किया और तीन युवकों को हिरासत में ले लिया। महिलाओं और बुजुर्गों के साथ भी अमर्यादित व्यवहार किया गया। ग्रामीणों का कहना है कि बिना किसी पूर्व सूचना के रास्ता बंद कर दिया गया। जब उन्होंने आवाज उठाई तो रेलवे पुलिस ने उन पर बल प्रयोग किया।
कांग्रेस ने की जांच और कार्रवाई की मांग
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने कहा कि बरेका प्रशासन द्वारा बंद किए गए रास्ते को तुरंत खोला जाए, पीड़ित ग्रामीणों को न्याय मिले और लाठीचार्ज करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई हो।
कांग्रेस नेताओं ने संयुक्त पुलिस कमिश्नर से इस मामले में निष्पक्ष जांच कराने और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी पीड़ित ग्रामीणों के साथ खड़ी है और यदि जल्द समाधान नहीं निकला तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।
इस विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष राजेश्वर पटेल, महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे, महानगर उपाध्यक्ष वकील अंसारी, अनुराधा यादव, सतनाम सिंह, अशोक सिंह, राजीव राम, हसन मेहदी कब्बन, प्रमोद वर्मा, लोकेश सिंह, रोहित दुबे, परवेज़ खान, सुशील पांडेय, रोहित मिश्रा, रामजी गुप्ता, विकास पांडेय, रमेश कुमार, किशन समेत बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक और महिलाएं शामिल रहीं।