वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के सेंट्रल ऑफिस के सामने पीएचडी में प्रवेश में कथित गड़बड़ी के विरोध में तीन दिन से धरने पर बैठी छात्रा अर्चिता सिंह को अब राजनीतिक संगठनों का समर्थन मिलने लगा है। शुक्रवार को जहां करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह रघुवंशी धरनास्थल पर पहुंचे और छात्रा को अपना समर्थन दिया, वहीं शनिवार को उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता संजीव सिंह ने भी मौके पर पहुंचकर छात्रा से मुलाकात की और हरसंभव सहयोग का भरोसा दिलाया।
धरनास्थल पर संजीव सिंह के साथ कांग्रेस के कई अन्य पदाधिकारी भी मौजूद रहे, जिनमें महिला जिला अध्यक्ष अनुराधा यादव, उपाध्यक्ष रेनू चौधरी, नगर सह मीडिया प्रभारी इमरान मिर्जा और वंदना जायसवाल प्रमुख रूप से शामिल थीं। इन सभी ने अर्चिता से मुलाकात कर विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा की गई अनियमितता के खिलाफ आवाज़ बुलंद करने का भरोसा जताया और कहा कि वह इस मामले को उचित मंचों तक पहुंचाएंगे।

धरने पर बैठी अर्चिता का कहना है कि BHU पीएचडी नामांकन प्रक्रिया में न केवल पारदर्शिता की कमी रही, बल्कि जानबूझकर गड़बड़ियां की गईं, जिससे योग्य छात्रों को वंचित किया गया है। अर्चिता ने विश्वविद्यालय प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग की है।
BHU: कुलपति ने भी की थी छात्रा से मुलाकात
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार शाम कुलपति ने खुद अर्चिता से मुलाकात की थी, लेकिन बातचीत के बाद भी कोई संतोषजनक हल नहीं निकल सका, जिसके कारण छात्रा तीसरे दिन भी धरने पर डटी हुई है। अब यह मामला न केवल अकादमिक स्तर पर बल्कि राजनीतिक गलियारों में भी गूंजने लगा है।