Controversial Statement against prophet: गाजियाबाद के डासना स्थित शिव शक्ति धाम मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती पर पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देने का आरोप लगा है, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस बयान के खिलाफ एआईएमआईएम (AIMIM) कार्यकर्ताओं ने पुलिस कमिश्नर को संबोधित ज्ञापन कैंट इंस्पेक्टर को सौंपकर यति नरसिंहानंद की गिरफ्तारी की मांग की है।
एआईएमआईएम कार्यकर्ताओं का कहना है कि यति नरसिंहानंद के इस बयान ने मुस्लिम समुदाय में गहरा आक्रोश पैदा कर दिया है, और उनकी गिरफ्तारी अत्यंत आवश्यक है। ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि नरसिंहानंद समाज में धर्म के नाम पर नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं, जिससे न केवल समाज, बल्कि मानवता को भी खतरा है।
यह भी उल्लेख किया गया कि यति नरसिंहानंद पहले भी पैगंबर मोहम्मद (स.) के खिलाफ विवादित बयान दे चुके हैं। इस बार भी मुस्लिम समुदाय ने इसे असहनीय करार दिया है।
एआईएमआईएम ने मांग की है कि यति नरसिंहानंद पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए और उन पर उचित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया जाए, ताकि समाज में नफरत फैलाने वालों पर रोक लगाई जा सके।

Controversial Statement: AIMIM कार्यकर्ताओं ने सरकार पर भी लगाए आरोप
ज्ञापन में यह भी आरोप लगाया गया है कि प्रदेश सरकार और प्रशासन अब तक इस प्रकार के बयानों पर कोई सख्त कदम नहीं उठा रही है, जिससे धार्मिक तनाव और नफरत को बढ़ावा मिलता है। एआईएमआईएम ने चेतावनी दी है कि यदि यति नरसिंहानंद की जल्द गिरफ्तारी नहीं की गई, तो वे सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे, जिसकी जिम्मेदारी सरकार और प्रशासन की होगी।
वायरल वीडियो में यति नरसिंहानंद ने कथित रूप से कहा, “अब ऐसे अपराधी पैदा हो गए हैं जिनके सामने रावण का कोई अस्तित्व नहीं है। अगर जलाना है, तो दशहरे पर मोहम्मद के पुतले जलाओ। अरब का लुटेरा मोहम्मद ही दुनिया भर में खून-खराबे का कारण है।” इस बयान को मुस्लिम समुदाय ने निंदनीय और असहनीय बताया है।