वाराणसी में कफ सिरप (Cough Syrup) मामले में जांच का दायरा और बढ़ता जा रहा है। 28 फर्मों के बाद ड्रग विभाग ने 12 और फर्मों के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज कराया है। वाराणसी के कोतवाली थाने में कुल 38 फ़र्मों और 40 लोगो के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज किया गया है।
बता दें कि कोडिन युक्त कफ़ सिरप (Cough Syrup) को नशे के कारोबार में प्रयोग किया जा रहा था। सरगना शुभम जयसवाल ने पाँच साल पहले इसकी शुरुआत की थी। जिसने वाराणसी से लेकर झारखंड और बंगाल समेत रांची और देश के कई हिस्सों में सिंडिकेट खड़ा कर दिया था।
शुभम ने अलग अलग नामों मे लिए लाइसेंस
वहीं शुभम ने कई फ़र्ज़ी फर्मों का अलग अलग नामों से लाइसेंस लिया था। जहाँ सिरप (Cough Syrup) के ख़रीद फरोख्त दिखाया जाता था। इस बात का जब खुलासा हुआ तो ड्रग विभाग कुंभकरण नींद से जागा और जाँच शुरू की।
100 करोड़ Cough Syrup का हुआ कारोबार
जाँच में सौ करोड़ के कफ़ सिरप (Cough Syrup) शीशियों का कारोबार सामने आया जिनका प्रयोग दवा में नहीं बल्कि नशे के कारोबार में किया जाता था। जिसके बाद जाँच बैठी। जाँच में जहाँ कई फर्म फ़र्ज़ी सामने आए तो कई फ़र्म ऐसे हैं जहाँ फ़र्ज़ी बिलिंग की गई। ड्रग विभाग अब वाराणसी के सप्तसागर मंदिर में स्थित सभी दुकानों की जांच कर रहा है। जो फ़र्म में अमोनिया पाई जा रही है उस पर मुकदमा लिखवाया जा रहा है
इस मामले के वाराणसी पुलिस भी SIT जाँच कर रही है जिसमें मुख्य आरोपियों में से एक अमित सिंह टाटा को बीते बृहस्पतिवार को लखनऊ से गिरफ्तारी भी हुई है, पुलिस सरगना शुभम जयसवाल की तलाश कर रही है।

