देश की राजधानी दिल्ली में हुए धमाके (Delhi Blast) के बाद से दिल्ली पुलिस लगातार जाँच में जुटी हुई है। एक के बाद एक मामले से जुड़े कई सुराग भी पुलिस के हाथ लगे हैं। दिल्ली पुलिस इस बात का पता लगाने की कोशिश में थी कि आखिर कार में कौन था और क्या आतंकी डॉ. उमर ही कार को चला रहा था?, इसका पता लगाने के लिए कार ड्राईवर आतंकी उमर की माँ का DNA सैंपल भी लिया गया था। ऐसे में अब इस मामले में नया खुलासा हुआ है।
फॉरेंसिक की जांच में पता चला है कि विस्फोटक से लदी हुई हुंडई i20 कार में मौजूद शख्स डॉ. उमर नबी ही था। कार में मिले मलबे में जले हुए शव की जाँच में पता चला है कि यह शव डॉ. उमर का ही है। DNA टेस्ट में उमर के परिवार के सदस्यों के सैंपल से 100 फीसदी मैच हुआ है। इससे यह साफ हो गया है कि आतंकी उमर ने ही लाल किला के पास ब्लास्ट को अंजाम दिया था। बताते चलें कि इस धमाके की चपेट में आने से 12 मासूमों की मौत हो गई, जबकि अन्य 20 से अधिक लोग घायल हो गए। जिनका इलाज LNJP हॉस्पिटल में चल रहा है।

Delhi Blast: साथियों के गिरफ्तारी के बाद घटना को दिया था अंजाम
दरअसल, इस मामले (Delhi Blast) की तहकीकात कर रही टीमों ने पहले से ही इस बात का अनुमान लगा लिया था कि कार में मौजूद शख्स कोई नही बल्कि आतंकी उमर ही है। उमर ने इस घटना के 11 दिन पहले ही इस सफ़ेद i20 कार को खरीदी थी। उमर फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल का प्रमुख सदस्य था। वह आतंकी मुजम्मिल और अन्य साथियों की गिरफ्तारी के बाद से वह फरार चल रहा था। सुरक्षा एजेंसियों की एक्शन से हड़बड़ा गया और पैनिक में आकर घटना को अंजाम दिया।

रिपोर्ट्स के मुताबिक (Delhi Blast),आतंकी उमर के परिवार वालों को भी उसके कट्टरपंथी होने का पता लग चुका था, लेकिन परिवार वालों ने डर के चलते इसकी जानकारी पुलिस को नही दी थी।

इस मामले में एक और बात भी सामने आई है कि उमर तुर्किए की राजधानी अंकारा में बैठे अपने हैंडलर के साथ संपर्क में था और साल 2022 में उमर अपने कुछ साथियों के साथ अंकारा भी गया था। इस दौरान उसका ब्रेन वाश किया गया और उसने इस घटना (Delhi Blast) को अंजाम दिया। हालांकि पुलिस इस मामले की छानबीन में जुटी हुए है। साथ ही NIA की टीम ने तुर्किए दूतावास से सहयोग भी मांगा है।

