Varanasi: महाराष्ट्र में औरंगजेब की कब्र को लेकर छिड़े विवाद के बीच अब वाराणसी में भी इसी मुद्दे पर सियासत गर्मा गई है। शहर के बीच स्थित औरंगाबाद मोहल्ले का नाम बदलने की मांग उठी है। हिंदूवादी संगठनों ने नगर निगम से अपील की है कि इस क्षेत्र का नाम किसी सनातन धर्म से जुड़े देवी-देवता या महापुरुष के नाम पर रखा जाए।
विश्व वैदिक सनातन न्यास के अध्यक्ष संतोष सिंह ने नगर आयुक्त और महापौर से मुलाकात कर मोहल्ले का नाम बदलकर लक्ष्मी कुंड, नारायणी धाम या शिव नगर (Varanasi) करने की मांग की है। उनका कहना है कि पुराने अभिलेखों में यह इलाका पहले शिव नगर के नाम से जाना जाता था, लेकिन बाद में इसका नाम बदलकर औरंगाबाद कर दिया गया।

Varanasi: राजनीतिक विवाद की आहट
वाराणसी का यह इलाका काशी विश्वनाथ मंदिर (Varanasi) के पास स्थित है और यहां पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलापति त्रिपाठी का आवास भी स्थित है, जिसे “औरंगाबाद हाउस” के नाम से जाना जाता है। हिंदू संगठनों का कहना है कि औरंगजेब सनातन संस्कृति पर आक्रमण करने वाला शासक था, इसलिए मोहल्ले का नाम उसके नाम पर रखना अनुचित है।
नगर निगम के अधिकारी फिलहाल इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से बच रहे हैं। हालांकि, उन्होंने आश्वासन दिया है कि मामले की समीक्षा के बाद उचित निर्णय लिया जाएगा। इस विवाद के चलते वाराणसी में माहौल गर्माने लगा है और यह मुद्दा राजनीतिक रूप भी ले सकता है।
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